अच्छी सरकार भी चाहिए, मज़बूत विपक्ष भी , Need Good Government And Strong Opposition

March 30, 2023 Chander Mohan 0

जिस दिन अप्रैल 2019 को कर्नाटक में कोलार की एक सभा में राहुल गांधी ने यह कहा था कि, “ नीरव मोदी, ललित मोदी, नरेन्द्र मोदी, का सरनेम कॉमन क्यों है? सभी चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता है”, तब ही स्पष्ट हो गया था कि इस कथन की क़ीमत एक न एक दिन चुकानी पड़ेगी। उनके समर्थक लाख कहें कि ‘ यह नहीं कहा कि सारे मोदी चोर है, यह कहा है कि सारे चोर मोदी है’, पर जो राहुल गांधी ने कहा उसका अभिप्राय तो साफ़ है। राजनीति में आलोचना की जगह है पर यह तो एक समुदाय को सीधी गाली है।  अब उनका कहना है कि “मैं डरने वाला नहीं, न माफ़ी माँगूँगा क्योंकि मेरा नाम सावरकर […]

केजरीवाल का होमवर्क और तीन बाधाऐं , Kejriwal’s Homework and Three Obstacles

March 31, 2022 Chander Mohan 0

पंजाब के चुनाव ने अरविंद केजरीवाल को राष्ट्रीय मंच का बड़ा खिलाड़ी बना दिया है। जैसे कभी भाजपा थी आप भी नई चीज़ है, अतीत की कोई गंदगी उससे नही जुड़ी, कोई पुराने असबाब का बोझ नही है। कांग्रेस के पतन के बाद  यह चर्चा शुरू हो गई है कि एक दिन आप कांग्रेस की जगह ले सकती है, और भाजपा का राष्ट्रीय विकल्प बन सकती है। इस चर्चा को फैलाने में आप के नेतृत्व का भी बड़ा हाथ है। हर हार के बाद यही बताया जा रहा है कि कांग्रेस मंथन करेगी, पर कुछ नही बदला न बदलेगा। कांग्रेस और अकाली दल का पतन समानांतर चल रहा है। परिवारवाद ने दोनो पार्टियों को तबाह कर दिया जो कभी राजनीतिक […]

शहीद भगत सिंह और अरविंद केजरीवाल, Bhagat Singh and Arvind Kejriwal

March 24, 2022 Chander Mohan 0

पंजाब के लोगो ने ग़ज़ब कर दिया है। सिखों ने अकाली दल को वोट नही दिया, हिन्दुओं ने भाजपा को वोट नही दिया, दलितों ने बसपा को वोट नही दिया, किसानों ने किसान पार्टी को वोट नही दिया और सबने मिल कल पुरानी गली सड़ी व्यवस्था के ठेकेदारों को उठा कर बेरहमी से बाहर फेंक दिया। लोगो ने सब भावनात्मक मुद्दों को एक तरफ रख अच्छे शासन के लिए वोट दिया है। प्रदेश की राजनीति पर रईस ज़मींदार वर्ग का जो शिकंजा था उसे खंड खंड कर दिया गया है।  जिस तरह पंजाब सचिवालय के कर्मचारियों,  जो ख़ुद उस व्यवस्था के पुर्ज़े थे जिसे जनता ने  हटा दिया, ने नए मुख्यमंत्री भगवंत मान का स्वागत किया से पता चलता है […]

पंजाब की राजनीतिकी नई बिसात, Punjab: New Political Chessboard

February 10, 2022 Chander Mohan 0

 चरणजीत सिंह चन्नी और भगवंत मान को मिली प्रमुखता से पंजाब की राजनीति में एक नए युग की शुरआत हो रही है। दशकों के बाद सामंती, ज़मीनदार उच्चवर्ग का पंजाब की राजनीति पर शिकंजा ढीला पड़ गया है और चाहे अभी भी बादल,रंधावा, सिद्धू,बाजवा जैसे नेता प्रमुख है पर पहली बार सत्ता उनके हाथ जा सकती है जिन्हें आम आदमी ही कहा जाएगा। अमरेन्द्र सिंह और बादल परिवार दोनो उच्च जट्ट सिख वर्ग का ही प्रतिनिधित्व करते रहे और उनके हितो पर पहरा देते रहे।अब यह बदल सकता है। कल को कौन सीएम बनता है या नही, किसी की सरकार बनती भी है कि नही या लटकती विधानसभा आजाती हैकहा नही जा सकतापर जो भी सीएम बनेगा  उसे वह पंजाब […]

पंजाब में हिन्दू सीएम क्यों नही हो सकता?, Why Can’t A Hindu Be CM of Punjab

January 6, 2022 Chander Mohan 0

मैं साम्प्रदायिक सवाल खड़ा नही कर रहा। यह राजनीतिक, समाजिक और व्यवहारिक सवाल है कि पंजाब में कोई हिन्दू मुख्यमंत्री क्यों नही हो सकता? यहाँ अंतिम हिन्दू जो मुख्यमंत्री रहे वह कामरेड रामकृष्ण थे जिन्होंने जुलाई 1966 में इस्तीफ़ा दे दिया था। अर्थात पाँच दशक से अधिक समय से यहां कोई हिन्दू सीएम नही बन सका जबकि पंजाब में हिन्दुओं की जनसंख्या संतोषजनक 38.49 प्रतिशत है। आगे लिखने से पहले बता दूँ कि मुझे तनिक भी आपति नही अगर कोई सिख या दलित या कोई और सीएम बन जाए पर किसी हिन्दू के बनने पर एतराज़ क्यों हो? अच्छी बात है कि पहली बार एक दलित चरणजीत सिंह चन्नी सीएम बने है और सभी रिपोर्ट  कह रहीं है कि वह […]

यह कहां आ गए हम (Where Have We Reached?)

March 5, 2020 Chander Mohan 0

दिल्ली के दंगों में मरने वालों की संख्या 50 के करीब पहुंच गई है। करोड़ों की जयदाद नष्ट हो गई है। केवल एक इलाके में 170 वाहन जला दिए गए हैं। देश की और बड़ी हानि हुई  है क्योंकि साम्प्रदायिक सौहार्द पर आंच आ गई और एक विकासशील,शांतमय, लोकतांत्रिक देश की हमारी छवि तहस-नहस हो गई है। 2014 में जब नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री बने तो देश में बहुत जोश था। दो बार अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा की भारत यात्रा से इस बात की पुष्टि हो गई है कि अब भारत बड़े अंतर्राष्ट्रीय मेज़ में बैठने वाला स्थाई देश बन चुका है। देश में आत्मविश्वास था जो बालाकोट के हमले से और पक्का हो गया था। लेकिन दिल्ली चुनाव के लिए […]