डॉलर के जाल में फंसे कबूतर (False Dollar Dreams)

April 12, 2018 Chander Mohan 0

पंजाब ग़मगीन है। जब से इराक में मारे गए 39 भारतीयों, जिनमें 27 पंजाबी हैं, के अंग-भंग शव लाए गए हैं तब से हर घर में इसकी चर्चा है क्योंकि यह त्रासदी सब को छूती है। जिसे पंजाब में ‘कबूतरबाजी’ अर्थात इंसानी तस्करी या गैर कानूनी ढंग से बाहर भेजना कहा जाता है, यह धंधा हजारों पंजाबी घरों को छूता है। बेरोजगारी, ड्रग्स तथा भ्रष्टाचार ने कभी देश के 1 नंबर रहे प्रांत का हुलिया बिगाड़ दिया है। खेती लाभकारी नहीं रही। सरकारी नौकरियां सीमित हैं तथा आरक्षण ने उन्हें और सीमित कर दिया जिस कारण जो बाहर निकल सकता है वह सही या गलत कोशिश कर रहा है। कई कामयाब हो भी जाते हैं पर कई इराक में मारे […]

Bhajpa ko Dushmuno ki Zaroorat nahin

October 27, 2015 Chander Mohan 0

भाजपा को दुश्मनों की जरूरत नहीं अपने ही वह काम बखूबी कर रहे हैं! भाजपा के मंत्रियों तथा नेताओं द्वारा रोजाना आधार पर विवाद खड़ा करने की प्रवृत्ति में अब पूर्व थल सेनाध्यक्ष तथा राज्यमंत्री वीके सिंह ने नया विस्फोट कर दिया है। हरियाणा में सुनपेड़ की घटना जहां पेट्रोल डाल दो नन्हें दलित बच्चों को जला दिया गया था, का जिक्र करते हुए जनरल सिंह का कहना था, ‘स्थानीय घटनाओं का केन्द्र सरकार से सम्बन्ध मत रखिए। इंक्वायरी चल रही है…यदि वहां किसी ने कुत्ते को पत्थर मार दिया तो सरकार जिम्मेवार है…ऐसा नहीं है।’ जहां तक केन्द्रीय सरकार की जिम्मेवारी का सवाल है जनरल सिंह सही हैं कि हर घटना के लिए उसे जिम्मेवार नहीं ठहराया जा सकता […]

Bharat Sarkar Ki Pak Neeti kyaa he? -by Chander Mohan

March 24, 2015 Chander Mohan 0

भारत सरकार की पाक नीति क्या है? पाकिस्तान के राष्ट्रीय दिवस पर नई दिल्ली में उनके दूतावास में आयोजित समारोह में हुर्रियत कांफ्रेंस के अलगाववादी नेताओं की मौजूदगी की भारत में तीखी प्रतिक्रिया हुई। भारत चाहे कश्मीर मसले के समाधान में किसी तीसरे पक्ष की भूमिका को सिरे से खारिज करता हो पर पाकिस्तान हमें बता रहा है कि कश्मीर में उसके अपने बंदे हैं। इससे पहले सांबा तथा कठुआ में फिदायीन हमला भी यही संदेश देता है कि पाकिस्तान की कश्मीर में दखल पूरी है और वह वहां चैन नहीं होने देगा। शायद यही कारण है कि मुफ्ती मुहम्मद सईद को भी कुछ चानण हो रहा है और अफस्पा के बारे अपना रवैया नरम करते हुए अब कहना है […]