जापान के सम्राट की यात्रा

November 30, 2013 Chander Mohan 1

जापान के सम्राट की यात्रा जापान के सम्राट अखीटो पांच दशकों के बाद भारत की यात्रा पर आ रहे हैं। जापान के राजकुमार की हैसीयत से वे पहले दो बार भारत की यात्रा कर चुके हैं लेकिन तब से लेकर अब तक बहुत कुछ बदल गया है। उस वक्त भी दोनों देशों के बीच सद्भावना थी। प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का स्पष्ट मानना था कि एशिया में एक सुरक्षित तथा स्थाई व्यवस्था का जापान महत्वपूर्ण हिस्सा होना चाहिए लेकिन फिर दोनों देश अलग-अलग रास्ते पर चल दिए। जापान ने अपनी आर्थिक तरक्की से दुनिया को चकाचौंध कर दिया जबकि हम अपनी समस्याओं में डूब गए। अब संतुलन बदल रहा है। भारत एक उभरती ताकत है जबकि जापान की अर्थव्यवस्था कुछ थक […]

सांप्रदायिक सौहार्द पर सैक्यूलर खतरा

November 27, 2013 Chander Mohan 2

सांप्रदायिक सौहार्द पर सैक्यूलर खतरा राज्यों के पुलिस महानिदेशकों की बैठक के दौरान खुफिया ब्यूरो (आईबी) के प्रमुख आसिफ इब्राहिम ने चेतावनी दी कि देश का सांप्रदायिक सद्भाव खतरे में हैं जिसका फायदा इस चुनावी माहौल में देश विरोधी उठा सकते हैं। यह चेतावनी बहुत ठीक समय पर दी गई है। चुनाव चल रहे हैं और इनके विकास, महंगाई या सुशासन पर केंद्रित होने की जगह एक-दूसरे के खिलाफ ज़हरीले भाषण दिए जा रहे हैं। नरेंद्र मोदी भी जो पहले विकास पर केंद्रित थे अब अपने विरोधियों के जाल में फंस गए लगते हैं और कांग्रेस का चुनाव का एजेंडा बदलने का प्रयास सफल होता नज़र आ रहा है। इसीलिए राहुल गांधी की जगह सोनिया गांधी को नरेंद्र मोदी का […]

कार्यस्थल में भेड़िए

November 24, 2013 Chander Mohan 1

कार्यस्थल में भेड़िए ऐसा बार-बार हो रहा है। ताकतवार और प्रभावशाली पुरुष अपनी स्थिति का फायदा उठा अपने मातहत काम कर रही युवती के यौन उत्पीड़न का प्रयास करता है। राजनीति,  प्रशासन, बिसनेस, सिनेमा यहां तक कि न्यायपालिका से ऐसी शिकायतें मिल रही हैं। आसाराम का मामला भी सामने ही है। कई राजनेताओं के शर्मनाक हथकंडे चर्चा में रहे हैं। अब मामला मीडिया तक पहुंच गया है। वैसे तो किसी गलतफहमी में नहीं रहना चाहिए कि मीडिया सामाजिक बुराईयों से अछूता है। चाहे मीडिया समाज को दर्पण दिखाने का प्रयास करता है पर यहां भी वही चलता है जो बाकी समाज में चलता है। केवल अब समाज बदल रहा है। महिला खामोशी से यौन दुर्व्यवहार सहने को तैयार नहीं। दिल्ली […]

जहां कमल मुरझा रहा है

November 20, 2013 Chander Mohan 2

जहां कमल मुरझा रहा है पंजाब! देश भर में नरेंद्र मोदी की लहर शेर शाह सूरी मार्ग पर पंजाब के शम्भू-बार्डर के बाद कमज़ोर पड़ती नज़र आ रही है। पंजाब भाजपा के नेताओं के अकालियों के आगे समर्पण तथा भाजपा हाईकमान की पंजाब के प्रति बेरुखी का परिणाम है कि यहां कमल मुरझा रहा है। जोश खत्म हो रहा है। भाजपा के समर्थक शहरी मतदाता को जिस तरह टैक्सों से दबाया गया है इससे न केवल आम आदमी बल्कि कार्यकर्ताओं में भी बगावत की स्थिति बन रही है। सब असुखद सवाल पूछते हैं कि पंजाब की सरकार का रवैया इतना शहरी विरोधी क्यों है? कसूर केवल कमजोर प्रादेशिक नेतृत्व का ही नहीं पार्टी के हाईकमान ने भी पार्टी को अकाली […]

वाजपेयी को क्यों नहीं?

November 19, 2013 Chander Mohan 0

वाजपेयी को क्यों नहीं? सचिन तेंदुलकर तथा वैज्ञानिक सीएनआर राव को ‘भारत रत्न’ दिए जाने का स्वागत है। दोनों ने ही अपने-अपने क्षेत्र में इतने कीर्तिमान स्थापित किए हैं कि इनकी बराबरी नहीं है। यह अफसोस की बात है कि राव ने भारत रत्न प्राप्त करते ही राजनीतिज्ञों को ‘इडीयटस’ कह दिया। उनकी शिकायत है कि विज्ञान तथा अनुंसधान को कम पैसे मिलते हैं। शिकायत सही है। शिक्षा के क्षेत्र को भी कम पैसे मिलते हैं लेकिन इतने बड़े वैज्ञानिक से आशा थी कि वह बेहतर शब्दों का चयन करेंगे। इन दोनों को भारत रत्न दिए जाने के साथ ही मांग उठी है कि हॉकी के जादूगर ध्यानचंद तथा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को भी भारत रत्न मिलना चाहिए। […]

चाय वाले से बच कर रहो!

November 15, 2013 Chander Mohan 1

चाय वाले से बच कर रहो! चुनाव का मौसम है। इस दौरान नेताओं को कुछ आज़ादी तो है पर एक-दूसरे पर हमला करते वक्त वे जरूरत से अधिक असावधान हो रहे हैं। ‘खूनी पंजे’ के कारण नरेंद्र मोदी चुनाव आयोग को जवाबदेह बन गए हैं। कांग्रेस के  शकील अहमद ने मोदी को इंसान के रुप में जानवर कहा है। सबसे दुर्भाग्यपूर्ण समाजवादी पार्टी के नेता नरेश अग्रवाल की टिप्पणी है कि ‘चाय बेचने वाले का नज़रिया राष्ट्रीय स्तर का नहीं हो सकता ठीक वैसे ही जैसे एक सिपाही को कप्तान बना दिया जाए तो उसका नज़रिया कप्तान का नहीं हो सकता।’ यह एक टिप्पणी देश के सभी होनहार गरीबों का अपमान है जो उच्चाकांक्षी हैं। नरेश अग्रवाल तो कह रहे […]