खट्टर की मिसाल
हरियाणा के नए मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर बहुत स्वस्थ मिसाल कायम कर रहे हैं। उन्होंने अपने लिए हवाई जहाज खरीदने से इन्कार कर दिया है जिस पर 45 करोड़ रुपए खर्च होने थे। उड़ान पर भी प्रति घंटा लाखों रुपए खर्च होते हैं। हरियाणा के मुख्यमंत्री ट्रेन, और जहां जरूरत हो, बस से भी सफर करेंगे ताकि उनकी यात्रा पर खर्चा कम किया जा सके। चंडीगढ़-दिल्ली के बीच वह अकसर शताब्दी एक्सप्रैस से सफर करते हैं। उन्होंने वीआईपी सुरक्षा पर लगे 730 पुलिस जवानों को भी हटा दिया है इनमें 130 उनकी अपनी सुरक्षा पर तैनात थे। हरियाणा पर 82,000 करोड़ रुपए का कर्जा है जिसे देखते हुए मुख्यमंत्री फिजूलखर्ची कम कर रहे हैं और दूसरों को उपदेश देने की जगह वह खुद से शुरू हो रहे हैं। यह भी दिलचस्प है कि अविवाहित मनोहर लाल खट्टर ने मुख्यमंत्री के बड़े बंगले के खाली कमरे अपने सहायकों को रहने के लिए दे दिए हैं। उनका मानना है कि उनके अपने लिए एक कमरा ही पर्याप्त है। अफसोस की बात है कि मनोहर लाल खट्टर या त्रिपुरा के मानिक सरकार जैसे बहुत कम मुख्यमंत्री हैं जो सादगी से रहते हैं। पंजाब जो कर्ज में डूबा हुआ है, में हम देख रहे हैं कि किस तरह मुख्यमंत्री तथा उपमुख्यमंत्री के रहन-सहन तथा यात्रा आदि पर पैसा बहाया जा रहा है। तीन सौ के करीब तो वाहन ही इन दोनों की सुरक्षा में इस्तेमाल हैं। जब यह सफर करते हैं तो यातायात रोक दिया जाता है कई बार लोगों को लम्बी देर इनके काफिले के गुज़रने का इंतजार करना पड़ता है। ऐसी शानो-शौकत है जैसे पुराने महाराजाओं की थी। हवाई जहाज, हैलीकाप्टर सब हैं। मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल तथा उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल दोनों को खतरा है। पंजाब में हम एक मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या देख चुके हैं इसलिए कोई जोखिम नहीं उठाना चाहिए लेकिन अंधी सुरक्षा भी नहीं होनी चाहिए। बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को पटना से दिल्ली सामान्य इंडिगो उड़ान में सफर करते दिखाया गया था। चंडीगढ़ से दिल्ली के बीच दैनिक चार उड़ानें हैं पर इस बात की तो संभावना ही नहीं कि पंजाब के मुख्यमंत्री या उपमुख्यमंत्री ऐसी उड़ान में सफर करें वह अपने विशेष विमान से या हैलीकाप्टर से ही जाएंगे।
दिल्ली में आप को जो जबरदस्त समर्थन मिला उसका एक कारण यह भी है कि लोग वीआईपी संस्कृति से तंग आ गए हैं तथा समझते हैं कि आप के नेता जमीन से जुड़े हैं और पुराने राजाओं-महाराजाओं की तरह बर्ताव नहीं करेंगे। आप के लोग यह सादगी कायम रखते हैं या नहीं, मैं कह नहीं सकता। हो सकता है कि वह भी बड़ी-बड़ी कोठियां काबू करने की कोशिश करें लेकिन इस वक्त तो दिल्ली वालों ने नेताओं को सादगी का पाठ पढ़ाया है। बहरहाल यह खुशी की बात है कि हरियाणा के नए मुख्यमंत्री सबके लिए मिसाल कायम कर रहे हैं आशा है कि पंजाब में उनके पड़ोसी भी कुछ सीखने का प्रयास करेंगे।
Sir … a good example set by Mr. Khattar…. another such person is country’s Defence Minister …Manohar Parrikar… … present Punjab Government should really learn from them …..