ताइवान: अमेरिका की चुनौती, चीन की दुविधा, Taiwan: America’s Challenge, China’s Dilemma

August 25, 2022 Chander Mohan 0

अमेरिका की 82 वर्षीय स्पीकर नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा से यूक्रेन के बाद दुनिया में एक और बड़ा संकट खड़ा हो गया है। अमेरिका यूक्रेन के कंधे पर बंदूक़ रख रूस की तरफ़ चला रहा है पर ताइवान में चीन के नेतृत्व को सीधी चुनौती दे दी गई है। चीन के घोर विरोध के बावजूद नैंसी पेलोसी ने ताइवान की यात्रा की और वहाँ घोषणा की कि अमेरिका सदा ताइवान के साथ रहेगा। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन भी एक प्रकार से कह चुकें हैं कि अगर चीन वहाँ हमला करता है तो अमेरिका  हस्तक्षेप करेगा। अमेरिकी सरकार का  ज़रूर कहना था कि पेलोसी की यात्रा में हमारा कोई हाथ नहीं और स्पीकर अपना कार्यक्रम खुद बनातीँ हैं, पर […]

पलटू कुमार या भावी आशा ? Nitish Kumar : Undependable or Hope For Future

August 18, 2022 Chander Mohan 0

             नीतीश कुमार ने एक बार फिर पलटा खाया है। वह तो आया राम गया राम का रिकार्ड भी पीछे छोड़ गए। 2005 में वह पहली बार राष्ट्रीय जनता दल के ‘जंगल राज’ के विरोध में  मुख्यमंत्री बने थे। 2013 में उन्होंने भाजपा का साथ तब छोड़ दिया जब उस पार्टी ने नरेन्द्र मोदी को 2014 के चुनाव में अपना प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार प्रोजेक्ट किया था। मोदी के साथ उनकी स्पर्धा तब से चल रही है। दोनों आकर्षक व्यक्तित्व के मालिक हैं और दोनों सत्ता के केन्द्रीयकरण में विश्वास रखतें हैं। पर मोदी अपनी विचारधारा के प्रति ईमानदार है जबकि नीतीश कुमार का कोई पक्का राजनीतिक धर्म नहीं लगता। 2015 में कांग्रेस और आरजेडी के साथ गठबंधन बना कर […]

15 अगस्त :इस बार दोहरा जश्न, Double Celebration This Time

August 9, 2022 Chander Mohan 0

जब ब्रिटेन में भारत को आज़ाद करने पर चर्चा हो रही थी तो उनके पूर्व प्रधानमंत्री विंसेंट चर्चिल ने अपनी संसद में विलाप करते हुए चेतावनी दी थी, “अंग्रेजों के जाने के कुछ समय बाद भारत अपनी सदियों पुरानी रूढ़ियों के कारण मध्यकालीन और प्राचीन व्यवस्था में पहुँच जाएगा। ऐसे में अगर भारत 50 वर्ष भी आज़ाद रहे तो गनीमत होगी अन्यथा वह फिर गुलाम हो जाएगा…”। चर्चिल का कहना था कि “यह तिनकों से बने लोग हैं जिनका कुछ वर्षों के बाद नामोनिशान भी नहीं मिलेगा”। इस 15 अगस्त को जब हम जोश और आत्मविश्वास से अपनी आज़ादी की 75वीं वर्षगाँठ मना रहे हैं और हमारी अर्थव्यवस्था शीघ्र चर्चिल के देश से आगे निकलने वाली है, यह  संतोष है […]

संसद चलनी चाहिए, Parliament Needs To Work

August 4, 2022 Chander Mohan 0

अच्छी बात है कि संसद की कार्यवाही पटरी पर लौट आई है। आशा है अब दुर्घटना नहीं होगी। पर पहले 15 दिन इधर उधर के तमाशों पर बर्बाद कर दिए गए।  महंगाई,जीएसटी, अग्निपथ, चीन का अतिक्रमण, बढ़ती बेरोज़गारी, रूपए की स्थिति, जैसे मामलों पर सार्थक बहस होनी चाहिए। अगर यह प्रभाव फैल गया कि संसद मसलों का हल करने में प्रभावहीन है या प्रासंगिक नहीं रही तो लोगों के पास सड़कों पर उतरने का ही विकल्प रह जाएगा। कई संकेत है कि धीरज कम हो रहा है। संसद में टकराव नफ़रत से भरा और व्यक्तिगत बनता जा रहा है। तू तू मैं मैं उन मसलों पर होती रही है जिनका आम जनता से कोई मतलब नहीं। दो दर्जन के क़रीब […]