दिलजीत दोसांझ और पाकिस्तानी हीरोइन, Daljit Dosanjh And His Pakistani Heroine

July 10, 2025 Chander Mohan 0

जनून का दौर है किस किस को जाएँ समझानेउधर भी होश के दुष्मन इधर भी दीवाने वैसे तो सिंगर दिलजीत दोसांझ विवादों के आदी है। कई बार हमारे आर्टिस्ट लोकप्रियता बढ़ाने के लिए भी विवाद खड़ा कर देते हैं पर उन्हें लेकर जो ताज़ा विवाद है वह तो फ़िज़ूल लगता है। मामला उनकी फ़िल्म ‘सरदार जी 3’ से सम्बंधित है क्योंकि उस फ़िल्म में उनके साथ पाकिस्तानी हीरोइन हानिया आमीर काम कर रही है। इसी पर दिलजीत की बड़ी आलोचना की गई। मांग की गई कि उन्हें बार्डर -2 से निकाल दिया जाए। फैडेरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया साइन इम्पलॉईज़ एसोसिएशन ने तो और बढ़ते हुए माँग की है कि दिलजीत दोसांझ की नागरिकता रद्द कर दी जाए। शिकायत यह है […]

संविधान से छेड़खानी नहीं होनी चाहिए, No Need To Meddle With The Constitution.

July 3, 2025 Chander Mohan 0

राष्ट्रीय सवंय सेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रय होसबाले ने कहा है कि संविधान की प्रस्तावना में जोड़े गए ‘समाजवादी’ और ‘पंथ निरपेक्ष’ शब्दों की समीक्षा होनी चाहिए। उनका कहना है कि यह शब्द संविधान की मूल प्रस्तावना का हिस्सा नहीं थे और बाद में इदिरा गांधी की एमरजैंसी के दौरान 1976 में  42वें संशोधन से इन्हें जोड़ा गया। इन्हें तब जोड़ा गया जब मूल अधिकार छीन लिए गए थे,संसद ठप्प थी और न्यायपालिका पंगु हो चुकी थी। कांग्रेस ने उनके बयान की आलोचना करते हुए कहा है कि आरएसएस का नक़ाब फिर उतर गया और इन्हें अम्बेडकर का संविधान नहीं मनुस्मृति चाहिए। लेकिन क्या वाक़ई संविधान में परिवर्तन करने की कोशिश हो रही है? जो होसबाले ने कहा वह ट्रायल […]

मध्य पूर्व: युद्ध या शान्ति, Will there be peace in Mideast?

June 26, 2025 Chander Mohan 0

 अमेरिका के राष्ट्रपति डानल्ड ट्रम्प ने घोषणा की है कि है कि ईरान और इज़राइल में युद्ध विराम हो गया है पर अभी तो दोनों देश एक दूसरे पर मिसाइलें दाग रहें है। मध्य पूर्व का इतिहास बताता है कि यहाँ शान्ति वार्ता नाज़ुक रहती है।युद्ध शुरू करना आसान है ख़त्म करना मुश्किल। ईरान ने क़तार में अमेरिका के सैनिक अड्डे पर 12 मिसाइल दागे थे पर अमेरिका को पहले बता दिया गया था। यह संकेत है कि पर्दे के पीछे कुछ पक चुका है। अगर यह सही है तो ट्रम्प अपने से पहले कई अमेरिकी राष्ट्रपति के भाग्य से बच गए लगतें हैं। अभी तक मध्यपूर्व कई अमेरिका के राष्ट्रपति की प्रतिष्ठा का क़ब्रिस्तान रहा है। पर  यह मालूम […]

डॉनल्ड ट्रम्प की दुनिया, Donald Trump’s

June 19, 2025 Chander Mohan 0

लॉस एंजिल्स अमेरिका का न्यूयार्क के बाद दूसरा बड़ा शहर है। यहाँ अमेरिका के लाजवाब राष्ट्रपति डानल्ड ट्रम्प, उनकी अपनी भाषा में, युद्ध लड़ रहें हैं। दंगों और प्रोटेस्ट को रोकने के लिए उन्होंने सेना तक को झोंक दिया है। महानगर की एक तिहाई जनसंख्या का जन्म अमेरिका से बाहर हुआ है। अधिकतर ब्लैक हैं तथा मैक्सिको और लेतिन अमेरिका के देशों से हैं। बड़ी संख्या अवैध भी है। भारी प्रदर्शन ट्रम्प सरकार की आप्रवासन नीति और प्रवासी समुदायों पर सरकारी दमन के खिलाफ किए जा रहें है। जब से ट्रम्प राष्ट्रपति बने है वह वहाँ प्रवासियों के खिलाफ हाथ धो कर पड़े हैं। हमारे भी कुछ लोग दो विमानों में हथकड़ियाँ लगा कर भेज दिए गए थे पर हमारी […]

जितनी आबादी उतना हक़ ? , Rights According To Population?

June 12, 2025 Chander Mohan 0

केन्द्रीय सरकार ने दो चरणों में जनगणना जिसमें जाति जनगणना भी शामिल होंगी, की घोषणा की है। उम्मीद है कि पूरी प्रकिया तीन साल में पूरी हो जाएगी। क्या परिणाम 2029 के चुनाव से पहले सामने आजाएगा,यह आने वाले समय का सबसे बड़ा प्रश्न होगा। जनगणना क्यों ज़रूरी है यह तो स्पष्ट ही है क्योंकि विकास आँकड़ों पर आधारित किया जाता है और मूलभूत आँकड़ा जनसंख्या और उसका स्वरूप है। इस बार आर्थिक स्थिति से जुड़ी जानकारी के अलावा धर्म और जाति के बारे भी जानकारी एकत्रित की जाएगी। यह जनगणना छ: साल की देरी से हो रही है। सरकार का बहाना था कि कोविड है पर कोविड 2023 के मध्य तक समाप्त हो चुका था। सरकार मामला लटकाती गई […]

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शशि थरूर: इधर या उधर, Whither Shashi Tharoor

June 5, 2025 Chander Mohan 0

आपरेशन सिंदूर अभी निलम्बित किया गया है पर उसे लेकर एक साइड स्टोरी शुरू हो गई है। अपना पक्ष रखने  के लिए जो प्रतिनिधि मंडल विदेश भेजे गए हैं उनको लेकर राजनीतिक तू तू मैं मैं शुरू हो गई है। विशेष तौर पर कांग्रेस के नेता शशि थरूर को एक महत्वपूर्ण डैलिगेशन का लीडर बनाए जाने पर कांग्रेस पार्टी सरकार और थरूर दोनों से खूब नाराज़ है। 1994 में पी. वी.नरसिम्हा राव ने जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र के मनावाधिकार सम्मेलन में भारत का पक्ष रखने के लिए विपक्ष के नेता अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल भेजा था ताकि यह संदेश जा सके कि सारा देश एकजुट है। इस बार वह समन्वय नहीं है। पर यह बहुत ज़रूरी है […]