साख बचानी है या अध्यक्ष?

July 4, 2013 Chander Mohan 0

साख बचानी है या अध्यक्ष? सलमान खुर्शीद को नया विदेश मंत्री बना दिया गया। मंत्रिमंडल में फेरबदल का यह सबसे बड़ा संदेश है कि आदमी कैसा भी हो, कैसी भी गल्तियां करें जब तक वह कांग्रेस के प्रथम परिवार के लिए मरने को तैयार है सब कुछ माफ है। सलमान खुर्शीद तथा उनकी पत्नी द्वारा चलाए जा रहे एनजीओ में भारी घपले की जानकारी सार्वजनिक हो चुकी हैं लेकिन इसके बावजूद उनकी पदोन्नति बताती है कि कांग्रेस के हाईकमान को लोकलाज की चिंता नहीं है। केजरीवाल तथा कंपनी को भी बता दिया गया कि आप ने जो बोलना है बोलते रहो, हमारी सेहत पर कोई असर नहीं है। कांग्रेस के प्रथम परिवार के प्रति वफादारी ही सब कुछ है। विपक्ष […]

पैर के नीचे बटेर!

July 4, 2013 Chander Mohan 0

पैर के नीचे बटेर! संविधान में संशोधन कर नितिन गडकरी को दूसरी बार भाजपा का अध्यक्ष बनाने का रास्ता साफ कर दिया गया है। जहां इसका मतलब है कि चुनाव के समय वे ही भाजपा के अध्यक्ष होंगे वहां इसका यह भी मतलब है कि उन्हें वह सम्मान दिया गया जो अटल बिहारी वाजपेयी तथा लाल कृष्ण आडवाणी जैसे बड़े नेताओं को भी नहीं दिया गया था। लेकिन अभी तक गडकरी अपनी पार्टी को भावी चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार या चुस्त दुरुस्त नहीं कर सके। अर्थात् उन्हें दोबारा अध्यक्ष बनाने का औचित्य क्या है, यह अभी तक समझ नहीं आया। उनका राष्ट्रीय कार्यकारिणी में जरूर कहना था कि ‘सत्ता हाथ में आने वाली है,’ पर अगर ऐसी […]

हंगामा करने से कोई देश नहीं चलता

July 4, 2013 Chander Mohan 0

हंगामा करने से कोई देश नहीं चलता अपनी आरपार की लड़ाई की धमकी, तथा अरविंद केजरीवाल की ‘बलिदान’ देने की घोषणा से पीछे हटते हुए अन्ना टीम ने अनशन खत्म कर दिया है। अब अन्ना का कहना है कि इस पर समय क्यों बर्बाद किया जाए? साथ ही घोषणा भी कर दी कि वह राजनीति के मैदान में उतरेंगें। यह होता है या नहीं कहा नहीं जा सकता क्योंकि राजनीति करना सबके बस की बात नहीं है। जयप्रकाश नारायण ने भी सम्पूर्ण क्रांति का आह्वान देकर आंदोलन चलाया था। वह इंदिरा शासन को उखाडऩे में सफल रहे थे लेकिन व्यवस्था वह भी बदल नहीं सके। वीपी सिंह, चंद्र शेखर, लालू प्रसाद यादव या मुलायम सिंह यादव सब जयप्रकाश आंदोलन की […]