‘हार्स ट्रेडिंग’ से लोकतंत्र खोखला हो जाएगा, Horse Trading Will Destroy Democracy
चौधरी देवीलाल ने एक बार कहा था कि लोकतंत्र लोकलाज से चलता है। यह अलग बात है कि खुद ताऊ ने अपने बेटों को सब कुछ सम्भालते वक़्त लोकलाज की अधिक परवाह नहीं की, पर बात तो उन्होंने पते की कही थी। लोकतंत्र लोकलाज से चलना चाहिए पर हमारे कई जन प्रतिनिधियों ने लोकलाज को फ़िज़ूल चीज़ समझ कर कूड़ेदान में फेंक दिया है। पार्टी या विचारधारा के प्रति वफ़ादारी अब मायने नहीं रखती, सब कुछ कुर्सी है। नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा है कि, “मैं प्रधानमंत्री को भरोसा दिलाता हूँ अब…इधर उधर नहीं जाऊँगा”। यह वहीं नीतीश कुमार है जिन्होंने कहा था कि ‘मरना पसंद है उधर जाना पसंद नहीं’। पर अब ‘उधर’ को भरोसा दिला […]