चाय वाले से बच कर रहो!
चाय वाले से बच कर रहो! चुनाव का मौसम है। इस दौरान नेताओं को कुछ आज़ादी तो है पर एक-दूसरे पर हमला करते वक्त वे जरूरत से अधिक असावधान हो रहे हैं। ‘खूनी पंजे’ के कारण नरेंद्र मोदी चुनाव आयोग को जवाबदेह बन गए हैं। कांग्रेस के शकील अहमद ने मोदी को इंसान के रुप में जानवर कहा है। सबसे दुर्भाग्यपूर्ण समाजवादी पार्टी के नेता नरेश अग्रवाल की टिप्पणी है कि ‘चाय बेचने वाले का नज़रिया राष्ट्रीय स्तर का नहीं हो सकता ठीक वैसे ही जैसे एक सिपाही को कप्तान बना दिया जाए तो उसका नज़रिया कप्तान का नहीं हो सकता।’ यह एक टिप्पणी देश के सभी होनहार गरीबों का अपमान है जो उच्चाकांक्षी हैं। नरेश अग्रवाल तो कह रहे […]