माननीय,यह अमान्य है (Honourable Sirs, This is Unacceptable)
केस आबंटन को लेकर बगावत करने वाले सुप्रीम कोर्ट के चार वरिष्ठ जजों में से एक जस्टिस जोसफ कुरियन का कहना है कि समस्या के समाधान के लिए बाहरी दखल की कोई जरूरत नहीं। पर माननीय, आपने ही तो ‘बाहरी दखल’ को आमंत्रित किया है। पत्रकार सम्मेलन का आपने ही उच्च न्यायालय के गंदे कपड़े सरेआम धो डाले थे। इसके बाद देश में भूचाल आना ही था। न्यायपालिका की इमारत हिल गई। मीडिया में अभी भी इसकी गर्मागर्म चर्चा हो रही है यहां तक कि इसरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतान्याहू की यात्रा भी पीछे पड़ गई। प्रधानमंत्री मोदी ने न्यायपालिका की गरिमा को ध्यान में रखते हुए जरूर खामोशी इख्तयार ली लेकिन राहुल गांधी ने तो भागे-भागे पत्रकार सम्मेलन भी […]