वायुमंडल में आगे विक्षोभ है (Turbulence Ahead)

September 7, 2017 Chander Mohan 0

निर्मला सीतारमण देश की नई रक्षामंत्री बन गई हैं। प्रधानमंत्री ने एक बार फिर ऐसा कदम उठाया है जिससे देश चकित रह गया है पर यह वह निर्णय है जिसका देश में भारी स्वागत किया गया है। इंदिरा गांधी रक्षामंत्री तब बनी थी जब वह प्रधानमंत्री थी। इस प्रकार निर्मला सीतारमण पहली महिला रक्षामंत्री कही जा सकती है। उनकी प्रतिभा, उनकी मेहनत, ईमानदारी तथा विवेक की कदर की गई है। उनके साथ पीयूष गोयल तथा धमेंन्द्र प्रधान जैसों का कद बढ़ा कर प्रधानमंत्री ने भाजपा की नई पीढ़ी को जिम्मेवारी सौंपनी शुरू कर दी है जिस तरह पहले अटल-आडवाणी, वैंकेया नायडू, सुषमा स्वराज, अरुण जेतली जैसे लोगों को आगे लाए थे। सहयोगी पार्टियों की परवाह नहीं की गई। पर पिछले […]

दो आरज़ू में कट गए, दो एटीएम की कतार में! (Do Arzoo Mein Kut Gaye Do Intzaar Mein)

December 13, 2016 Chander Mohan 0

नोटबंदी का एक महीना पूरा होने के बाद सबको अहसास है कि हालात सही नहीं चल रहे। बैंकों तथा एटीएम के आगे कतारें पहली जैसी लम्बी ही हैं। अपना पैसा निकालना ही पहाड़ जैसी मुसीबत बन गई है। जो 24,000 रुपए साप्ताहिक निकालने की अनुमति है वह भी नहीं मिल रहे। वेतन देना और लेना दोनों मुश्किल हो गया है। बैंकों के आगे झगड़े शुरू हो गए हैं। जब नोटबंदी की प्रधानमंत्री ने घोषणा की थी तो आम आदमी ने उत्साहित होकर समर्थन दिया था। लोगों का मानना था कि नरेंद्र मोदी ने भ्रष्टाचार तथा कालेधन के खिलाफ भी सर्जिकल स्ट्राईक की है। बेहतर भविष्य तथा अच्छे दिन की आशा में लोग तकलीफ सहने को तैयार थे। लेकिन यह तब […]

धैर्य की परीक्षा (Test of Patience)

November 15, 2016 Chander Mohan 0

भावुक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का कहना है कि उन्हें सिर्फ 50 दिन दो अगर तब तक स्थिति सही नहीं हुई तो देश जो सजा दे उसके लिए वह तैयार हैं। प्रधानमंत्री अब बार-बार नोटबंदी के अपने निर्णय के बारे लोगों को स्पष्टीकरण दे रहे हैं। उन्हें भी एहसास होगा कि लोगों का धैर्य साथ छोड़ रहा है। जो समर्थन और उत्साह 8 नवम्बर को उनकी घोषणा के बाद था वह अब नहीं रहा। बैंकों के बाहर लगी लम्बी लाइनें तथा एटीएम के ठप्प होने से लोगों का मूड बदला है। आम आदमी जिसे रोज़ पैसे चाहिए, सब्जी वाला, ढाबा वाला, मजदूर, रिक्शा वाला, सब प्रभावित हुए हैं। ग्रामीण क्षेत्र जहां बैंक कम हैं और एटीएम हैं नहीं वहां अधिक मुसीबत […]