असंतुलित हाथों में अमेरिका, और दुनिया, America, And World, In Unstable Hands

January 30, 2025 Chander Mohan 0

शायद ही किसी अमेरिकी राष्ट्रपति के निर्वाचन पर दुनिया में इतनी खलबली मची हो जितनी डॉनल्ड ट्रम्प के राष्ट्रपति बनने पर मची है क्योंकि वह स्वभाव से सनकी हैं, अहंकारी है और अस्थिर हैं। और अब वह दुनिया के सबसे ताकतवर व्यक्ति बन गए है। निर्वाचित होने से लेकर अब तक वह कनाडा, चीन,भारत, पनामा, ग्रीनलैंड, ब्रिक्स देशों, डेनमार्क, मैक्सिको, रूस सब को धमकियाँ दे चुकें हैं। रोज़ाना नया निशाना ढूँढा जा रहा है। चीन को वह टैरिफ़ अर्थात् शुल्क, बढ़ाने की धमकी दे चुके हैं पर दिलचस्प है कि यह बढ़ौतरी कभी  60% बताई जाती है तो कभी 20% तो कभी 10% ! ब्रिक्स देश जिनमें भारत समेत चीन भी शामिल है, को 100 % टैरिफ़ की धमकी दी […]

इंडिया और ‘गुड फ्रैंड’ ट्रम्प, India And ‘Good Friend’ Trump

November 14, 2024 Chander Mohan 0

डौन्लड ट्रम्प के अमेरिका के राष्ट्रपति चुने जाने के बाद दुनिया भर में खलबली मची हुई है। शायद ही किसी अमेरिकी राष्ट्रपति के चुनाव के बाद दुनिया इतनी परेशान नज़र आई हो। ट्रम्प का स्वभाव ऐसा है कि कुछ भी निश्चित नहीं। वह सनकी हैं, अस्थिर हैं और जल्दी में निर्णय लेने और बदलने के लिए कुख्यात हैं। उनके व्यक्तित्व के कारण अमेरिका पूरी तरह से विभाजित है। उनका कहना तो है कि सबको साथ लेकर चलना चाहता हूँ, पर पिछली बार जब वह जो बाइडेन से चुनाव हारे थे तो नतीजा मानने से इंकार कर दिया था और अपने समर्थकों को संसद भवन पर हमले के लिए उकसाया था। इस बार भी चुनाव अभियान में धमकी दी थी कि […]

कमला हैरिस: जश्न समय से पूर्व Kamala Harris: Celebrations Premature

August 20, 2020 Chander Mohan 0

कमला देवी हैरिस को अमेरिका में डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन द्वारा उपराष्ट्रपति पद के लिए अपना उम्मीदवार चुने जाने पर भारत में तथा इंडियन-अमेरिकन समुदाय में ख़ूब चर्चा  है। अगर वह जीत जातीं हैं तो वह पहली भारतवंशी अमेरिकी उपराष्ट्रपति होंगी। अगर वह हार भी जातीं हैं  तो कमला हैरिस डेमोक्रेटिक पार्टी का भविष्य होंगी और सम्भावना है कि चार साल के बाद वह पार्टी की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार होंगी। अमेरिका में कई भारतीय बहुत जोश में हैं और उनका कहना है कि ‘अमेरिका में भी कमल खिल रहा है’। यह नारा भी तैयार किया गया है, “ अमेरिका का नेता कैसा हो, जो बाइडेन जैसा हो” पर साफ़ है कि बाइडेन में इनकी दिलचस्पी कम और […]

अमेरिका की सरदारी पर सवालिया निशान (America Loses its Dominance)

April 30, 2020 Chander Mohan 0

अमेरिका के टैक्सास प्रांत के लै. गवर्नर डैन पैट्रिक ने एक इंटरव्यू में कहा है कि ग्रैंड पेरंटस अर्थात दादा-दादी, नाना-नानी को ‘अमेरिका की अर्थ व्यवस्था तथा युवा पीढ़ी के लिए मरने को तैयार रहना चाहिए’। अमेरिकी अरबपति टॉम गोलिसानो का भी कहना है कि ‘अर्थ व्यवस्था को बंद रखना कुछ लोगों को खोने से बदतर होगा’।यह दिलचस्प है कि डैन पैट्रिक जो ख़ुद छ: बच्चों के ग्रैंडफादर है अपनी क़ुरबानी की बात नही करते पर अमेरिका में ऐसी असंवेदनशील और निष्ठुर आवाज़ें सुनाई दे रही हैं कि देश की अर्थ व्यवस्था को चलते रखने के लिए अगर कमज़ोर,वंचित या बुज़ुर्ग का बलिदान देना पड़े तो ऐसा होने देना चाहिए। राष्ट्रपति डॉनलड ट्रंप का भी सारा ध्यान अर्थ व्यवस्था पर […]

अबकी बार ट्रम्प से प्यार (Ab Ki baar Trump se Pyar)

September 26, 2019 Chander Mohan 0

यह मानना पड़ेगा कि अमेरिकी राष्ट्रपतियों को साधने की कला में नरेन्द्र मोदी का कोई मुकाबला नहीं। जवाहर लाल नेहरू की अगवानी के लिए खुद राष्ट्रपति कैनेडी हवाई अडड्डे पर गए थे लेकिन रिश्ता आगे बढ़ नहीं सका क्योंकि तब तक नेहरू वृद्ध हो गए थे और युवा अमेरिकी राष्ट्रपति से संबंध कायम नहीं कर सके। सबसे कड़वे रिश्ते इंदिरा गांधी तथा अमेरिका के राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन के रहे हैं। बांग्लादेश के संकट के समय निक्सन ने हमारी बात सुनने से ही इंकार कर दिया था। जब दूसरे दिन मुलाकात का समय आया तो निक्सन ने इंदिरा गांधी को अपने दफ्तर के बाहर 45 मिनट इंतजार करवाया था। इंदिरा गांधी को भी आभास था कि वह एक प्राचीन सभ्यता की […]

भारत-अमेरिका: झटके खाता रिश्ता (Indo-America:Uncertain Friends)

July 4, 2019 Chander Mohan 0

शेक्सपीयर ने एक जगह लिखा है कि “सच्चे प्रेम का रास्ता कभी भी समतल नहीं रहा।“ अगर आज भारत और अमेरिका के रिश्तों पर नज़र दौड़ाएं तो कहा जा सकता है कि इन रिश्तों का रास्ता भी सहज नहीं है। विशेष तौर पर जब से डॉनल्ड ट्रम्प राष्ट्रपति बने हैं कहा ही नहीं जा सकता कि अगले क्षण क्या होने वाला है? उन पर तो यह मुहावरा बहुत जचता है कि पल में तोला पल में माशा! और यह केवल हमारे साथ ही नहीं हो रहा। कैनेडा, जापान, मैक्सिको, यूरेपियन यूनियन जैसे अमेरिका के मित्र सब ट्रम्प की सनक के शिकार हो चुके हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति तो ईरान को नेस्तोनाबूत करने की धमकी दे चुके हैं लेकिन कुछ ही […]