
मजबूरी का नाम नवाज़ शरीफ़, Pakistan And The Compulsion of Nawaz Shrif
पाकिस्तान की सेना के आशीर्वाद से पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ़ निर्वासन से लौट आए है। छ: साल पहले इसी सेना ने इनका बोरिया बिस्तर गोल कर देश निकाला दे दिया था। अगर साऊदी अरब के शेख़ दखल न देते तो नवाज़ शरीफ़ का हश्र भी ज़ुल्फ़िकार अली भुट्टो या बेनजीर भुट्टो जैसा हो सकता था। वह तीन बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री निर्वाचित हो चुके है और हर बार अवधि पूरी होने से पहले किसी न किसी बहाने उन्हें हटा दिया गया। अब सौदेबाज़ी के बाद वह वापस लौट आए है और उनके ख़िलाफ़ सारे अदालती मामले रास्ते से हट रहें हैं। जिसे पाकिस्तान का सुरक्षा प्रतिष्ठान कहा जाता है अर्थात् सेना के जरनैल, नवाज़ शरीफ़ की वापिसी चाहते […]