बीस साल बाद बीबीसी का बवाल, BBC: Why After 20 Years ?

February 2, 2023 Chander Mohan 0

2002 के गुजरात दंगे  1984 के दिल्ली के दंगों की तरह सदा एक कलंक रहेंगे। दुख है कि आज के युग में  भी नफरत की खूनी आँधी में  बेक़सूर मारे जाते हैं। यह न केवल प्रशासनिक असफलता बल्कि समाजिक गिरावट भी दर्शाता  है। दंगों का कोई औचित्य नहीं है, न होना चाहिए। पर गुजरात के दंगों को लेकर बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री इंडिया:द मोदी क्वश्चन खुद अपने पर कई सवाल खड़े कर गई है।  यह डॉक्यूमेंट्री गुजरात के दंगों तथा कुछ और मामलों को  लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सख़्त आलोचना करती है। इन दंगों में 1000 के क़रीब लोग मारे गए थे जिनमें  अधिकतर मुसलमान थे। बीबीसी के अनुसार ब्रिटिश सरकार गुजरात के घटनाक्रम पर बहुत ‘वरिड’ अर्थात् चिन्तित थी […]

मज़बूत देश, कमजोर समाज, Strong Nation, Weak Society

September 15, 2022 Chander Mohan 0

देश आर्थिक और सामरिक तौर पर मज़बूत हो रहा है, इसके बारे अब कोई शक नहीं रहा। दो साल के गतिरोध के बाद चीन भी अपने सैनिक वापिस ले जाने के लिए तैयार हो गया है।  अगर यहाँ राजनीतिक अस्थिरता का दौर नहीं आया तो भारत लगातार तरक़्क़ी करता जाएगा। पर जहां देश तरक़्क़ी कर रहा  है, हमारा समाज पहले से अधिक विभाजित और अनुदार बनता जा रहा है। आज तो हालत यह है कि एक ट्वीट आपको जेल भेज सकता है। सागर के जैन  मंदिर का समाचार है जहां पुजारी ने एक बच्चे को पेड़ से बांध कर पीटा क्योंकि उसने पूजा की थाली से बादाम खा लिए थे। क्रिकेट के खिलाड़ी अर्शदीप का मामला बहुत पुराना नहीं जब […]