
मैं निकला ओ गड्डी लेके !, Travelogue : of Dhabas, trucks and Nitin Gadkari
कोविड के कारण दो साल बंद रहने के बाद अब देश में ट्रैवल की बाढ़ आ गई है। मैं भी अपवाद नहीं हूँ। जब मौक़ा मिलता है निकल जाता हूँ। इस बार जालन्धर से गुरुग्राम गाड़ी से जाने का फ़ैसला किया। पहले जालंधर से दिल्ली या गुरुग्राम जाना बहुत तकलीफ़देह था क्योंकि लुधियाना या अम्बाला या पानीपत जैसे शहरों को पार करना ही चुनौती होती थी। लेकिन अब यह इतना आसान हो गया है कि 2001 की मशहूर फ़िल्म, ग़दर -एक प्रेम कथा, के उदित नारायण द्वारा गाए गाने को थोड़ा मोड़ते हुए कहा जा सकता है कि ‘ रब जाने कब गुजरा लुधियाना ओ कब जाने पानीपत आया!’ हाँ, मुटियार तो कोई नहीं मिली पर एक बंदा बहुत याद […]