इंतज़ार था जिसका ये वो सहर तो नहीं (This is not the Dawn we longed for)
यह इस दशक का मेरा अंतिम कालम है। आभास है कि दशक के अंतिम दिन देश को बुरी तरह बांट गए और भाजपा को भारी धक्का दे गए। झारखंड पांचवां राज्य है जो भाजपा के हाथ से खिसका है। दो साल पहले भाजपा का देश के 71 प्रतिशत हिस्से पर कब्ज़ा था जो अब मात्र 35 प्रतिशत रह गया है। भाजपा के पास 300 सांसद हैं, एक प्रभावशाली नेतृत्व है लेकिन कहीं जनता के साथ संवाद टूट रहा है। बेरोजगारी पिछले 45 वर्षों में सबसे अधिक है और अमित शाह आसमान से ऊंचा राम मंदिर बनाने की बात कर रहें हैं। यह भी उल्लेखनीय है कि झारखंड वह प्रदेश है जहां सबसे अधिक मॉब लिंचिंग हुई है। विकास की दर […]