विपक्ष का भटकता कारवाँ और राहुल गांधी, Confused Opposition And Rahul Gandhi

March 13, 2025 Chander Mohan 0

मंज़िल जुदा जुदा है, मक़सद जुदा जुदा है,                भीड़ तो जमा है,यह कारवां नही 2024 के लोकसभा चुनाव, जहां इंडिया गठबंधन ने मिल कर भाजपा को बहुमत से नीचे रखा था, के परिणाम के बाद यह आशा जगी थी कि इंडिया गठबंधन अब नरेन्द्र मोदी की सरकार को ज़बरदस्त चुनौती देगा। पर जैसे जैसे समय बीत रहा है यह प्रभाव है कि सामंजस्य की कमी और गम्भीर मतभेदों के कारण यह गठबंधन भटक गया है और अप्रासंगिकता के कगार पर है। कई पर्यवेक्षक तो असामयिक मौत की बात कर रहें हैं। पहले हरियाणा और महाराष्ट्र के चुनाव परिणाम और फिर दिल्ली के चुनाव परिणाम के बाद यह नज़र आने लगा है कि न केवल यह गठबंधन बिखरने के कगार […]

जिस देश में गंगा बहती है, Jis Desh Mein Ganga Behti He

February 27, 2025 Chander Mohan 0

महाकुम्भ सम्पन्न हो गया। 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के दिन भगदड़ के हादसे और 15 फ़रवरी को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ से हुई मौतों के बावजूद करोड़ों लोगों ने पूरी आस्था के साथ स्नान किया। सरकार का दावा है कि 50-60 करोड़ लोगों ने डुबकी लगाई। एक बड़ा हादसा और भी हुआ, जिसका मैं बाद में वर्णन करूँगा,पर इस आयोजन को सफलतापूर्वक सम्पन्न करवाने और करोड़ों भक्तों को सम्भालने पर उत्तर प्रदेश की योगी आदित्य नाथ सरकार श्रेय ले सकती है। विपक्ष आलोचना कर रहा है। ममता बनर्जी ने इसे ‘मृत्यु कुम्भ’ कहा है। यह पूरी तरह से अनुचित है और करोड़ों की आस्था का भद्दा मज़ाक़ है। प्रसिद्ध मनोवैज्ञानिक सिग्मंड फ़्रायड ने इंसानों में मृत्यु और […]

केजरीवाल का होमवर्क और तीन बाधाऐं , Kejriwal’s Homework and Three Obstacles

March 31, 2022 Chander Mohan 0

पंजाब के चुनाव ने अरविंद केजरीवाल को राष्ट्रीय मंच का बड़ा खिलाड़ी बना दिया है। जैसे कभी भाजपा थी आप भी नई चीज़ है, अतीत की कोई गंदगी उससे नही जुड़ी, कोई पुराने असबाब का बोझ नही है। कांग्रेस के पतन के बाद  यह चर्चा शुरू हो गई है कि एक दिन आप कांग्रेस की जगह ले सकती है, और भाजपा का राष्ट्रीय विकल्प बन सकती है। इस चर्चा को फैलाने में आप के नेतृत्व का भी बड़ा हाथ है। हर हार के बाद यही बताया जा रहा है कि कांग्रेस मंथन करेगी, पर कुछ नही बदला न बदलेगा। कांग्रेस और अकाली दल का पतन समानांतर चल रहा है। परिवारवाद ने दोनो पार्टियों को तबाह कर दिया जो कभी राजनीतिक […]

संदेश सत्ता पक्ष,और विपक्ष के लिए भी, Message For Ruling Party And Opposition

November 11, 2021 Chander Mohan 0

हाल ही में हुए उपचुनावों में हिमाचल प्रदेश के परिणाम उल्लेखनीय है। वास्तव में देश को हिमाचल की जनता का आभारी होना चाहिए जिसके जनादेश ने केन्द्र सरकार को दिशा सह करने के लिए मजबूर कर दिया जो पेट्रोल और डीज़ल के दाम में केन्द्र और भाजपा सरकारों द्वारा तुरन्त कटौती  के रूप में सामने आया है। इन परिणामों से पहले सरकार मज़े से दाम बढ़ाती जा रही थी जैसे कि जनता धोबी का गधा है जिसे मर्ज़ी से लादा जा सकता है। ख़बर केवल यह ही नही कि भाजपा हिमाचल में  एक लोकसभा और तीन विधानसभा उपचुनाव हारी है पर जिस तरह से हारी है वह बताता है कि ज़मीन  नीचे से खिसक रही है। 2019 के मंडी लोकसभा […]

दिल्ली अभी दूर है, Abhi Dilli Door He

August 5, 2021 Chander Mohan 0

संसद का मानसून अधिवेशन भी निरर्थक नजर आता है। पेगासस साफ्टवेयर के द्वारा कुछ प्रमुख लोगों के मोबाइल की जासूसी को लेकर गम्भीर गतिरोध चल रहा है। किसी भी लोकतन्त्र में ऐसी जासूसी घिनौनी है। सरकार स्पष्ट जवाब नही दे रही कि क्या पेगासस के लिए किसी इसरायली कम्पनी के साथ उसकी कोई डील हुई थी या नही? वह जानती है कि अगर यह साबित हो गया कि ऐसी जासूसी हो रही है तो यह क़ानून का गम्भीर उल्लंघन होगा। इस मुद्दे पर विपक्ष तेज़ है और अब तो साथी नीतीश कुमार ने भी जाँच की मांग कर दी है। निश्चित तौर पर यह गम्भीर मामला है जिसकी जाँच और जिसकीसंसद में चर्चा होनी चाहिए। पर मुझे दो बातें और […]

हमारे अधूरे लोकतन्त्र की जय ! Our Imperfect -Perfect Democracy

May 6, 2021 Chander Mohan 0

जिस वक़्त टीवी पर पाँच प्रदेशों के चुनाव परिणाम आ रहे थे उसी वक़्त एक चैनल पर यह एस-ओ-एस फ़्लैश हो रहा था कि दिल्ली के बच्चों के एक अस्पताल में आक्सिजन ख़त्म हो रही है। उसके बाद आप के एक नेता ने उन्हे छ: सिलेंडर पहुँचा भी दिए लेकिन ऐसी अपील की नौबत ही क्यों आए? उससे एक दिन पहले दिल्ली के ही बतरा  अस्पताल में आक्सिजन की कमी से 12 मरीज़ मारे जा चुके थे। यह स्थिति तब है जब दिल्ली हाईकोर्ट लगातार केन्द्र और सरकार को फटकार लगाताआर हा है। हाईकोर्ट का यहां तक कहना था कि राज्य नागरिकों के बुनियादी जीवन के अधिकारकी रक्षा करने में असफल रहा है। यह बहुत बड़ा अभियोग है लेकिन सच्चाई […]