1971 की विजय और इंदिरा गांधी, 1971 and Indira Gandhi
इस महीने हम स्वर्णिम विजय दिवस मना रहें हैं जब 16 दिसम्बर 1971 को उस वक़्त के पूर्वी पाकिस्तान में पाकिस्तान की सेना ने समर्पण कर दिया था और एक आजाद बांग्लादेश का उदय हुआ था। डा.कर्ण सिंह जो तब मंत्रिमंडल के सदस्य थे बताते हैं कि ‘प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी एक प्रकार से भागती सदन में पहुँची थी…उनके पहुँचते ही सदन ख़ामोश पड़ गया। वह अपनी सीट पर खड़ी हो कर बोली, मिस्टर स्पीकर, ढाका ने भारतीय सेना और मुक्ति बाहनी के आगे समर्पण कर दिया है। सदन जश्न में फूट पड़ा’। जश्न तो बनता ही था। एक झटके में भारत ने पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिए और दो राष्ट्र की अवधारणा को समाप्त कर दिया और इसके साथ […]