यह राजनीति है, धर्म नीति नहीं, Its Politics, Not Religion
पुरानी बात है। इंदिरा गांधी की एमरजैंसी का सारा वक़्त समर्थन करने के बाद 1977 में वरिष्ठ मंत्री बाबू जगजीवन राम कांग्रेस को छोड़ कर जनता पार्टी में शामिल हो गए। वह जालंधर में जनता पार्टी की सभा को सम्बोधित करने के लिए आए तो मैंने उनसे मुलाक़ात की थी। उनके द्वारा पार्टी छोड़ने पर जब मैंने सवाल किया तो उनका जवाब आज तक मुझे याद है, “यह राजनीति है धर्म नीति नहीं, बेटा”। बाबू जगजीवन राम के पास तो फिर औचित्य था कि वह इंदिरा गांधी की तानाशाही का विरोध करने के लिए जनता पार्टी में शामिल हुए है। उस समय तो बहुत कम लोग दलबदल करते थे पर आजकल की हमारी राजनीति तो भारत की आज़ादी से पहले […]