पंजाब की राजनीतिकी नई बिसात, Punjab: New Political Chessboard

February 10, 2022 Chander Mohan 0

 चरणजीत सिंह चन्नी और भगवंत मान को मिली प्रमुखता से पंजाब की राजनीति में एक नए युग की शुरआत हो रही है। दशकों के बाद सामंती, ज़मीनदार उच्चवर्ग का पंजाब की राजनीति पर शिकंजा ढीला पड़ गया है और चाहे अभी भी बादल,रंधावा, सिद्धू,बाजवा जैसे नेता प्रमुख है पर पहली बार सत्ता उनके हाथ जा सकती है जिन्हें आम आदमी ही कहा जाएगा। अमरेन्द्र सिंह और बादल परिवार दोनो उच्च जट्ट सिख वर्ग का ही प्रतिनिधित्व करते रहे और उनके हितो पर पहरा देते रहे।अब यह बदल सकता है। कल को कौन सीएम बनता है या नही, किसी की सरकार बनती भी है कि नही या लटकती विधानसभा आजाती हैकहा नही जा सकतापर जो भी सीएम बनेगा  उसे वह पंजाब […]

सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों का मिड-टर्म एग्ज़ाम, Midterm Exam of Ruling Party and Opposition

January 20, 2022 Chander Mohan 0

पाँच प्रदेशों की 690 सीटों पर चुनाव देश की भावी राजनीतिक दिशा तय करेंगे। सबसे बड़े प्रदेश उत्तर प्रदेश के चुनाव परिणाम भाजपा, नरेन्द्र मोदी, योगी आदित्यनाथ के लिए बहुत महत्व रखतें हैं।  साथ ही यह भटक रही कांग्रेस पार्टी और उसके हाईकमान तथा प्रादेशिक शक्तियों की भी भावी दिशा तय करेंगे। अगर भाजपा आसानी से जीत जाती है तो योगी आदित्यनाथ इतिहास बनाऐगे क्योंकि गोबिन्द बल्लभ पंत के बाद एक अवधि पूरा करने के बाद किसी मुख्यमंत्री को दूसरी बार वहां चुना जाएगा।  इसी के साथ मोदी के बाद की भाजपा में वह ताकतवार उत्तराधिकारी बन उभरेंगे और भाजपा देश भर में अपना ऐजेडा जोरशोर से लागू करने में सफल रहेगी। विपक्ष और निरुत्साहित होगा और आपसी टकराव बढ़ेगा। […]

क्या देश ‘नई राजनीति’ का उदय देख रहा है? (Are we seeing rise of ‘New Politics’

February 20, 2020 Chander Mohan 0

तीसरी बार सीएम की शपथ लेते समय दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि “दिल्ली ने देश में नई राजनीति को जन्म दिया है… इससे अब देश बदलेगा।” अर्थात अपने शपथ ग्रहण समारोह से ही अरविंद केजरीवाल स्पष्ट कर रहे थे कि अब उनकी नज़रें राष्ट्रीय राजनीति पर है। दिल्ली में उन्हें तथा उनकी पार्टी को प्रभावशाली जीत मिली है। संदेश गया है कि मोदी-शाह अजय नहीं है। कांग्रेस के उतार से भी देश की राजनीति में शून्य सा पैदा हो रहा है। भाजपा की उग्र राजनीति और  ‘गोली मारो’ भाषणों के बाद भाजपा के अपने समर्थक भी समझते हैं कि संतुलन कायम करने की बहुत जरूरत है। अगर दिल्ली में आप को इतनी बड़ी जीत मिली है तो इसका […]