क्या ख़ूबसूरत जनादेश है, What A Beautiful Verdict

June 6, 2024 Chander Mohan 0

भारत की जनता ने अपना आदेश सुना दिया। क्या ख़ूबसूरत जनादेश है ! एकदम संतुलन क़ायम कर दिया। बता दिया कि लोकतंत्र, आज़ाद प्रेस, अभिव्यक्ति की आजादी सब में आम आदमीं की पूर्ण आस्था है,यह केवल मिडिल क्लास मूल्य ही नहीं है। यह बड़ा शोरगुल करने और उसे पसंद करने वाला देश है। किसी को ज़रूरत से अधिक शक्तिशाली नहीं देखना चाहते। जिनके पास 303 सीटें थीं लेकिन 370 की माँग कर रहे थे पर मिली 240, को ‘इंडिया’ गठबंधन की मार्फ़त इंडिया ने संदेश भेज दिया है कि उसे देश की राजनीतिक दिशा पसंद नही है! जो सरकार बनने जा रही है वह एनडीए की सरकार है मोदी सरकार नहीं। पर विपक्ष में जान डालते हुए भी बता दिया […]

क्या संदेश? कौन संदेशवाहक? ,What Message? Who Messenger ?

September 7, 2023 Chander Mohan 0

  भारतीय जनता पार्टी और एनडीए दोनों इस मामले में स्पष्ट हैं कि उनका संदेश भी नरेन्द्र मोदी हैं और उनके संदेशवाहक भी नरेन्द्र मोदी ही हैं। किसी क़िस्म का कोई कंफ्यूजन नही है। सब कुछ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के व्यक्तित्व के इर्द-गिर्द ही है। और कोई नहीं। भाजपा की सारी उर्जा, कारगुज़ारी, नीति सबका नाम भी नरेन्द्र मोदी हैं। लगभग दो अवधि पूरी करने के नज़दीक नरेन्द्र मोदी की स्थिति बाक़ी वैश्विक नेताओं से अलग है। शासन विरोधी भावना जिसका सामना दूसरों को करना पड़ता है उनकी लोकप्रियता को कोई क्षति नहीं पहुँचा रही। हाल ही में इंडिया टुडे-सीवोटर ‘मूड ऑफ द नेशन’ सर्वेक्षण के अनुसार 52 प्रतिशत लोग महसूस करते हैं कि वह प्रधानमंत्री पद के लिए सबसे […]

पलटू कुमार या भावी आशा ? Nitish Kumar : Undependable or Hope For Future

August 18, 2022 Chander Mohan 0

             नीतीश कुमार ने एक बार फिर पलटा खाया है। वह तो आया राम गया राम का रिकार्ड भी पीछे छोड़ गए। 2005 में वह पहली बार राष्ट्रीय जनता दल के ‘जंगल राज’ के विरोध में  मुख्यमंत्री बने थे। 2013 में उन्होंने भाजपा का साथ तब छोड़ दिया जब उस पार्टी ने नरेन्द्र मोदी को 2014 के चुनाव में अपना प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार प्रोजेक्ट किया था। मोदी के साथ उनकी स्पर्धा तब से चल रही है। दोनों आकर्षक व्यक्तित्व के मालिक हैं और दोनों सत्ता के केन्द्रीयकरण में विश्वास रखतें हैं। पर मोदी अपनी विचारधारा के प्रति ईमानदार है जबकि नीतीश कुमार का कोई पक्का राजनीतिक धर्म नहीं लगता। 2015 में कांग्रेस और आरजेडी के साथ गठबंधन बना कर […]