अपनी व्यक्तिगत त्रासदी के बावजूद हिमांशी ने राष्ट्र को रास्ता दिखाया, Himanshi Has Shown Way To The Nation

May 8, 2025 Chander Mohan 0

22 अप्रैल को पहलगाम की बैसरन वादी में हुए आतंकी हमले के बाद कश्मीर वादी में बदलाव की लहर नज़र आ रही है। पहली बार कश्मीर वादी इस दर्दनाक घटना के विरोध में बाक़ी देश के साथ खड़ी है। लोगों ने सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन किए। इस बार भारत सरकार के खिलाफ नहीं, बल्कि बैसरन के भयानक हमले के खिलाफ। पहलगाम में  टैक्सी चालकों ने तख़्तियाँ पकड़ी हुईं थी, I Am Indian. वह नारे लगा रहे थे, ‘हम हिन्दोस्तानी हैं” और ‘हिन्दोस्तान हमारा है ‘। ऐसे दृश्य वादी में पहले नहीं देखे गए, तब भी नहीं जब सब कुछ सामान्य था।कश्मीर घाटी पाकिस्तान के खिलाफ बिल्कुल एकजुट थी। पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शनों का नेतृत्व वही सिविल सोसायटी कर रही […]

पाकिस्तान, पानी और खून, Pakistan, Pani And Khoon

May 1, 2025 Chander Mohan 0

पाकिस्तान की तरफ़ से कितने आतंकी हमले हुए हैं उनकी गिनती नहीं है। पहलगाम में बैसरन पर हमले से पहले 2000 में छतीसिंहपुरा, 2001 में संसद, 2002 में कालूचक, 2006 डोडा, 2008 में मुम्बई, उरी 2016, नगरोटा सेना मुख्यालय 2016, 2018 संजुवान सेना कैम्प, पुलवामा 2019, के बड़े हमले हो चुकें है। छोटे हमले तो नियमित चल रहें हैं। हर हमले के बाद पाकिस्तान संलिप्तता से इंकार करता है जबकि सब जानते हैं कि आतंकवादियों को सीमा पार ट्रेनिंग मिलती है। पाकिस्तान ने सदा ही राज्य प्रायोजित आतंकवाद को अपनी रणनीति का हिस्सा समझा है। 2019 में बालाकोट पर स्ट्राइक के बाद कुछ देर चैन रही थी। समझा गया कि हमने आतंकवाद के खिलाफ अपनी लाल रेखा स्पष्ट कर दी […]

यह हमला अक्षम्य है, दंडनीय है, This Attack Is Unforgiveable And Needs Punishment.

April 24, 2025 Chander Mohan 0

पहलगाम में टूरिस्ट पर हमला केवल पहलगाम पर या कश्मीर पर हमला नहीं है। यह सीधे तौर पर भारत पर हमला है। कर्नाटक से गए एक परिवार के मंजूनाथ की हत्या करने के बाद उनकी पत्नि को एक आतंकी ने कहा भी है, “जाओ मोदी को यह बता देना”। हमला पहलगाम से उपर बैसरन वादी में एक टूरिस्ट ग्रुप पर किया गया। इस जगह कोई सड़क नहीं है, केवल पैदल या घोड़े पर जाया जा सकता है। अभी तक 26 टूरिस्ट के मारे जाने का समाचार है, कई घायल है। वैसे तो जम्मू कश्मीर में आतंकी घटनाऐं लगातार हो रही है पर टूरिस्ट को कम निशाना बनाया जाता रहा है। कश्मीरी ऐसे हमले पसंद नही करते क्योंकि उनकी रोज़ी रोटी […]

क्या कश्मीर में ‘कश्मीरियत’ बहाल होगी ?

August 10, 2023 Chander Mohan 0

पिछले लेख में मैंने अमरनाथ यात्रा का ज़िक्र किया था। अब तक लगभग 4 लाख यात्री दर्शन कर चुकें हैं। हर साल यात्रा का सफल आयोजन देश का संकल्प भी व्यक्त करता है। इस बार भी चप्पे चप्पे पर सुरक्षा कर्मी तैनात थे। यात्रा के कारण यातायात में भारी रूकावट भी आती है। श्रीनगर से पहलगाम के रास्ते में हमें एक घंटा अधिक लग गया क्योंकि जब यात्रा का क़ाफ़िला गुजर रहा होता है तो दूसरी तरफ़ से ट्रैफ़िक रोक दिया जाता है। यह रास्ता भी पुलवामा, कुलगाम और अनंतनाग के क्षेत्रों से गुजरता है जो आतंकवाद के लिए कुख्यात हैं इसलिए अत्यंत सावधानी बरती जाती है। पुलवामा विशेष तौर पर सुर्ख़ियों में रहा क्योंकि वहाँ फ़रवरी 2019 में हमारे […]