गांधी की हत्या और आज का भारत, Gandhi Assassination and Today’s India
हमारी आज़ादी को 75 वर्ष हो गए पर यह वह वर्ष भी है जब 75 साल पहले नए आज़ाद हुए देश की राजधानी के ठीक बीच एक महात्मा की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। मोहनदास कर्मचन्द गाँधी को ‘महात्मा’ की उपाधि रविन्द्रनाथ टैगोर ने दी थी। सरदार पटेल उन्हें बापू कहते थे। उन्हें ‘राष्ट्रपिता’ पहली बार नेताजी सुभाष चंद्र ने कहा था। यह वही नेताजी हैं जिन्हें गांधी ने दो बार कांग्रेस अध्यक्ष नहीं बनने दिया था पर जिन्होंने आज़ाद हिन्द फ़ौज की तीन ब्रिगेड के नाम ‘गांधी ब्रिगेड’, ‘नेहरू ब्रिगेड’ और मौलाना अबुल कलाम आज़ाद के नाम पर ‘आज़ाद ब्रिगेड’ रखा था। इससे उस वकत के नेताओं के उच्च चरित्र का पता चलता है कि देश […]