अकाली दल का क्षरण और पंजाब, The Decline of Akali Dal And Punjab

July 11, 2024 Chander Mohan 0

                    चन्द्र मोहन कांग्रेस के बाद देश की दूसरी सबसे पुरानी पार्टी शिरोमणि अकाली दल, का क्षरण लगातार जारी है। यह इतने निचले स्तर पर पहुँच गया है कि उसके पतन के पंजाब के लिए निहितार्थ को लेकर चिन्ता हो रही है। विपक्ष भी चिन्तित है कि अकाली दल जो जगह ख़ाली कर रहा है कहीं उसे उग्रवादी न भर दें, जैसे संकेत लोकसभा चुनाव में अमृतपाल सिंह और सरबजीत सिंह खालसा की जीत से मिलतें है। पर यह बाद में। इस वक़्त तो अकाली दल दोफाड़ हो चुका है। जिन्हें ‘टकसाली’ नेता कहा जाता है, उनमें से 60 के क़रीब ने प्रधान सुखबीर सिंह बादल के इस्तीफ़े की माँग को लेकर पूरी बग़ावत कर दी है। वह चाहतें हैं […]

पंजाब से चिन्ताजनक, Worrying Signs From Punjab

June 13, 2024 Chander Mohan 0

पंजाब का लोकसभा परिणाम देश और प्रदेश दोनों को चिन्ताजनक छोड़ गया है। जहां यह संतोष की बात है पटियाला से डा.धर्मवीर गांधी और होशियारपुर से डा.राजकुमार छब्बवाल को छोड़ कर जनता ने किसी भी ‘फसली बटेर’ को दाना नहीं डाला, पर दो चुनाव क्षेत्रों का परिणाम जहां लोगों ने अच्छे बहुमत से रेडिकल पृष्ठभूमि के दो आज़ाद उम्मीदवारों को विजयी बना दिया, से एक वर्ग की दिशा को लेकर चिन्ता पैदा हो रही है। अमृतपाल सिंह जो राष्ट्रीय सुरक्षा क़ानून के तहत डिब्रूगढ़ जेल में बंद है खडूर साहिब से लगभग दो लाख वोट से विजयी हुआ है। दूसरा कट्टरपंथी उम्मीदवार जो विजयी हुआ है वह इंदिरा गांधी के हत्यारे बेअंत सिंह का पुत्र सरबजीत सिंह खालसा है जो […]

पंजाब की सुध कौन लेगा ?, Who Will Take Care Of Punjab

May 30, 2024 Chander Mohan 0

पंजाब में लोकसभा चुनाव इस सप्ताह सम्पन्न हो जाऐंगे। कोई जीत जाएगा तो कोई हार जाएगा पर पंजाब वहाँ का वहाँ ही रहेगा, एक वह प्रांत जो कभी देश का सबसे प्रसिद्ध प्रांत था पर कई कारणों से पिछड़ता गया। यह भी उल्लेखनीय है कि चुनाव में किसी भी पार्टी ने पंजाब को बर्बादी से बचाने या उसकी प्रगति का कोई बलूप्रिंट लोगों के सामने पेश नहीं किया। सब एक दूसरे की ग़लतियाँ निकाल और गालियाँ दे कर काम चलाना चाहतें हैं। पंजाब तो हरियाणा और हिमाचल प्रदेश से भी पिछड़ गया। एक समय हम नम्बर 1 ज़रूर थे पर अब हमारी अर्थव्यवस्था 16वें नम्बर पर है। प्रति व्यक्ति आय में हम 19वें स्थान पर हैं। और अभी कोई आशा […]

पी.एच.डी. सब्ज़ी वाला, Phd Sabziwala

January 18, 2024 Chander Mohan 0

डा. संदीप सिंह की कहानी सबको कष्ट देने वाली है। उन्होंने लॉ में पीएचडी की हुई है। इसके इलावा वह चार विषयों में एम.ए.हैं।वह अब भी बैचलर ऑफ लाईब्रेरी ,की पढ़ाई कर रहें हैं।पर डा. संदीप सिंह जो शायद पंजाब के सबसे पढ़े लिखे व्यक्ति है, को गुज़ारा चलाने के लिए सब्ज़ी बेचनी पड़ रही है। वह एक दशक पंजाबी यूनिवर्सिटी में पढ़ा चुकें है पर उन्हें नैकरी छोड़नी पड़ी क्योंकि वेतन अपर्याप्त था, समय पर नहीं मिलता था और लगातार वेतन कटौती होती थी। उस समय उन्हें कैंट्रैक्ट पर 20000-25000 रूपए मिलते थे। तब उन्होंने फ़ैसला किया कि यूनिवर्सिटी की अनिश्चित नौकरी से बेहतर है कि वह सब्ज़ी बेचना शुरू कर दें। अब एक रेहड़ी जिस पर लिखा है […]

पंजाब: बाबा बोहड़ की विरासत, Punjab: The Legacy Of The Banyan Tree

May 4, 2023 Chander Mohan 0

परकाश (प्रकाश नहीं) सिंह बादल के निधन में  पंजाब ने अपनी सबसे शानदार शख्सियत खो दी है। लगभग 60 साल सरदार बादल हमारी राजनीति के केन्द्र रहे।   वह पंजाब के सबसे युवा मुख्यमंत्री बने  और उन्होंने शिरोमणि अकाली दल को सशक्त राजनीतिक शक्ति बना दिया। उनके बारे यह भी कहा जा रहा है कि वह अकाली दल के पतन का कारण भी बने। लेकिन यह बाद में। उन्हें सदा  इस बात के लिए याद किया जाएगा कि  वह 1980 के संकट ग्रस्त और बुरी तरह से घायल और साम्प्रदायिक तौर पर विभाजित पंजाब को उस खूनी चक्रव्यूह से निकालने  में सफल रहे।  उस समय के पंजाब को ऐसा नेता चाहिए था जो उदार हो और जिसका विशाल हृदय हो और […]

पंजाब: एक बार फिर?, Once Again In Punjab?

March 2, 2023 Chander Mohan 0

क्या पंजाब में फिर काले दिनों की वापिसी हो रही है? क्या फिर 1980-1990 वाले दिन आ रहें हैं ? यह सवाल अब सब पंजाबियों को परेशान कर रहा है। ख़तरनाक संकेत कुछ समय से मिल रहे हैं। कुछ सप्ताह पहले मोहाली-चंडीगढ़ सीमा पर ‘बंदी सिखों की रिहाई’ को लेकर प्रदर्शन कर रहे क़ौमी इंसाफ़ मोर्चे के हथियारों से लैस कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर हमला कर दिया और 40 के करीब पुलिस कर्मी घायल हो गए। एक पुलिस अधिकारी का कहना था कि “अगर हम भागते नहीं तो हमें मार दिया जाता”। लेकिन जो पिछले सप्ताह अमृतसर में अजनाला में हुआ वह तो और भी अधिक ख़तरनाक है। खालिस्तान के  समर्थक और ‘वारिस पंजाब दे’ के मुखी अमृतपाल सिंह के […]