मुम्बई में दुर्घटनाग्रस्त, Political Accident in Mumbai

July 6, 2023 Chander Mohan 0

पटना से जो 15 विपक्षी दलों का महाघटबंधन  क़ाफ़िला दिल्ली विजय करने  निकला था उसका पहला एक्सीडेंट मुम्बई में हो गया। शरद पवार जो कनवीनर बनना चाहते थे की अपनी एनसीपी ही दोफाड हो गई और भतीजा अजीत पवार महाराष्ट्र की शिंदे सरकार में शामिल हो गए। उनके साथ 8 और  एनसीपी विधायक भी पाला बदल गए हैं। अगर भाजपा ने 2024 में सत्ता में आना है तो बिहार, महाराष्ट्र, उडीसा,राजस्थान, तेलंगाना और कर्नाटक जैसे प्रदेशों में अच्छा प्रदर्शन लाज़मी है वह उत्तर प्रदेश और गुजरात पर ही निर्भर नहीं रह सकते। कर्नाटक तो अभी मुश्किल लगता है इसलिए महाराष्ट्र जिसमें उत्तर प्रदेश के बाद सबसे अधिक  48 सीटें हैं,  बहुत महत्वपूर्ण बन जाता है। महाराष्ट्र में  आपरेशन लोटस कर […]

विपक्ष: बहुत कठिन है डगर पनघट की, Not An Easy Road For Opposition Unity

April 20, 2023 Chander Mohan 0

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से सीबीआई की लम्बी नौ घंटे की पूछताछ से विपक्षी ख़ेमे में और हलचल पैदा हो गई है। अगर सीबीआई, ईडी, आयकर आदि का इस्तेमाल कर केन्द्रीय  सरकार विपक्ष को डराने की कोशिश कर रही है तो असर उल्टा हो रहा है। लगभग हर विपक्षी पार्टी के किसी न किसी नेता को छेड़ा जा चुका  है जिससे विपक्ष में यह भावना प्रबल हो रही है कि डूबेगी किश्ती तो डूबेंगे सारे। केजरीवाल जो बहुत ही होशियार राज नेता है का कहना है कि, ‘सबका नम्बर आऐगा’।  इस बीच उनकी आम आदमी पार्टी को राष्ट्रीय दल का दर्जा मिल गया है। दस साल के अल्प समय में इतनी कामयाबी हासिल करना मामूली बात नहीं है। ऐसा […]

किसको राहजन किसको रहनुमा कहिए (All Are Losers in Maharashtra)

November 28, 2019 Chander Mohan 0

तीन दिन मुख्यमंत्री रहने के बाद देवेन्द्र फडनवीस ने इस्तीफा दे दिया है। बेहतर होता वह दोबारा मुख्यमंत्री बनते ही ना। असली चाणक्य ने कहा था कि अपने दुश्मनों को इकट्ठा मत होने दो, पर ऐसा ही भाजपा ने कर दिया जिस कारण यह फजीहत झेलनी पड़ रही है। जो एक खिचड़ी गठबंधन है वह संयुक्त, उद्देश्यपूर्ण तथा जोशीला नज़र आने लगा। फिलहाल उनका अंतर्विरोध छिप गया है लेकिन समय के साथ यह बाहर आएगा क्योंकि इस नए रंग-बिरंगे गठबंधन के बारे कहा जा सकता है कि मंजिल जुदा-जुदा है,मकसद जुदा-जुदा है भीड़ तो जमा है यह कारवां नहीं एक तमाशा खत्म हो गया और अब दूसरा शुरू हो रहा है। महाराष्ट्र में हम अपनी राजनीति का सबसे घिनौना चेहरा […]

किसी को जनादेश नहीं (No One Gets Mandate)

October 31, 2019 Chander Mohan 0

सभी पंडितों, विशेषज्ञों, पत्रकारों, सर्वेक्षणकर्त्ताओं को गलत सिद्ध करते हुए लोगों ने हरियाणा में भाजपा का बहुमत छीन लिया और महाराष्ट्र में पार्टी को शिवसेना की ब्लैकमेल के लिए खुला छोड़ दिया। भाजपा का विजय रथ रोक दिया गया है पर किसी दूसरी पार्टी को भी पूरा समर्थन नहीं दिया। विपक्ष ने भी कुछ कमाल नहीं दिखाया, केवल जनता ने अपनी आवाज़ बुलंद की है कि वह नाराज हैं, पर बहुत भी नहीं। उसे एक पार्टी पर आधारित व्यवस्था पसंद नहीं इसलिए जैसे-तैसे विपक्ष को मज़बूत कर रही है। लोग विपक्ष चाहते हैं और वह अपने पास दलों का भाग्य बनाने या बिगाडऩे की ताकत चाहते हैं। इन चुनावों का आने वाले दिल्ली और झारखंड चुनावों पर असर पड़ेगा। प्रभाव […]