हम रोज़ कितने सिगरेट पीते हैं? How Many Cigarettes Do We Smoke Daily?

November 16, 2023 Chander Mohan 0

बारिश से अचानक मौसम साफ़ हुआ था और कुछ राहत मिली थी पर यह सब अस्थाई रहा।  दिवाली की रात चले पटाखे सब बराबर कर गए। प्रदूषण से फिर दम घुट रहा है। अख़बारों की सुर्ख़ियों चीख चीख कर बता रही है कि दिल्ली गैस चेम्बर बन गया है। पंजाब मे जलाई जा रही पराली को इसके लिए ज़िम्मेवार ठहराया जा रहा है। पंजाब, हरियाणा और दिल्ली की सरकारें एक दूसरे पर दोषारोपण का खेल खेल रहीं हैं।  नाराज़ सुप्रीम कोर्ट सरकारों को लगातार फटकार लगा चुका है कि हमें बातें नहीं, एक्शन चाहिए, हम प्रदूषण से लोगों के मरने नहीं दे सकते। दिल्ली को दुनिया की सबसे प्रदूषित राजधानी घोषित किया गया है।  दिल्ली सरकार ने एक बार फिर […]

एक और सर्जिकल स्ट्राइक चाहिए (Surgical Strike Required Against Pollution)

November 21, 2019 Chander Mohan 0

वाराणसी से समाचार है कि प्रदूषण को देखते हुए वहां के तारकेश्वर महादेव मंदिर में पुजारियों ने शिवलिंग पर मास्क चढ़ा दिया है। उनका कहना है कि भोले बाबा को जहरीली हवा से बचाना है। वहां के सिगरा मंदिर में भी पुजारियों ने देवी-देवताओं को भारी प्रदूषण से बचाने के लिए मास्क पहना दिए हैं। चित्र में पुजारियों ने खुद भी मास्क डाले हुए हैं। दिल्ली में भी मुख्यमंत्री केजरीवाल ने बच्चों में कुछ मास्क बांटे हैं लेकिन अब तो विशेषज्ञ कह रहे हैं कि उत्तर भारत की हवा इतनी खराब है कि मास्क भी आपको बचा नहीं सकते। जो विशेषज्ञ बता रहें हैं वह भयानक है। दिल्ली में जो लोग सिगरेट नहीं पीते उनके फेफड़ों के कैंसर में तीन […]

दिल्ली का शर्मनाक पतन (The Shameful Fall of Delhi)

November 8, 2016 Chander Mohan 0

जस वक्त दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एक पूर्व सैनिक की आत्महत्या को भुनाने में लगे हुए थे दिल्ली में प्रदूषण खतरनाक स्तर से बहुत पार कर गया था। यह पिछले 17 साल में सबसे खतरनाक स्तर पर है। सारा एनसीआर क्षेत्र ही जहरीली चादर से ढका प्रतीत होता है। लोगों का दम घुट रहा है। सुरक्षित से 12 गुणा खतरनाक स्तर तक प्रदूषण है। पहले कहा जा रहा था कि दिल्ली में सांस लेने वालों के अंदर रोजाना 20 सिगरेट के बराबर विषैला धुआं जा रहा है, अब बताया जा रहा है कि यह 40 सिगरेट के बराबर है। हवा इतनी जहरीली बन चुकी है कि घरों के अंदर भी कइयों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है। […]