एक अकेला इस शहर में Lonely in A Crowd: Sushant’s Suicide
मैं फ़िल्में कम देखता हूँ। सुशांत सिंह राजपूत की पहली फ़िल्म ‘काय पो छे’ देखी थी। फ़िल्म दिलचस्प थी और सुशांत की अदाकारी प्रभावशाली थी। समझा गया कि बालीवुड को एक और स्टार मिल गया। हैंडसम और प्रतिभाशाली। यह भी संतोष से देखा गया कि महेन्द्र सिंह धोनी की तरह एक छोटे शहर से निकला नौजवान राष्ट्रीय आकाश पर चमका है। एक रियैलिटी शो में भी उसे देखा जहाँ लगा कि उसका दिल इसमें नहीं है। शारीरिक तौर पर वह उपस्थित है पर मानसिक तौर पर कहीं और है। फिर जब घर में फंदा लगा कर उसके आत्म हत्या करने के बारे सुना तो गहरा दुख हुआ। एक सितारा टूट गया। उसके बाद बहुत असुखद विवाद खड़ा हो गया जो […]