समलैंगिक विवाह: हमें किस तरफ़ धकेला जा रहा है?, Same Sex Marriage: Let Legislature Decide
समय के साथ हर समाज में परिवर्तन आतें हैं, हमारे जैसे प्राचीन समाज में भी। महिला बराबरी और महिला सशक्तिकरण के मामले में हमने बहुत प्रगति की है चाहे अभी और प्रयास करने की ज़रूरत है। महिला बराबरी को लेकर यहाँ कई पूर्वाग्रह टूट रहें हैं क्योंकि इस सही प्रयास से समाज की सहमति है। पर यही एक और प्रयास के बारे नहीं कहा जा सकता जिसको लेकर सुप्रीम कोर्ट में बहस चल रही है। पाँच सदस्यों वाली पीठ समलैंगिक सम्बंधों को क़ानूनी मान्यता देने के मामले की सुनवाई कर रही है। अर्थात् सबसे बड़ी अदालत में इस बात पर बहस हो रही है कि पुरुष का पुरुष के साथ और महिला का महिला के साथ विवाह हो सकता हैं […]