संघीय लोकतंत्र की जीत, Victory of Federal Democracy

May 18, 2023 Chander Mohan 0

आख़िर में कुछ काम नहीं आया। न हिजाब, न हलाल, न टीपूँ सुल्तान, न अज़ान, न केरल स्टोरी, न मुस्लिम आरक्षण, न राम मंदिर और न ही बजरंगबली। जब लोग बदलाव पर उतरते हैं तो किसी की परवाह नहीं करते। कोई नारा उन्हें प्रभावित नहीं करता। कर्नाटक में  83 प्रतिशत हिन्दू जनसंख्या है, मुसलमान 13 प्रतिशत हैं पर लोगों ने भाजपा को नकार दिया क्योंकि उनका ध्यान  उन मुद्दों पर था जो उनकी जेब पर असर डालतें हैं, महंगाई, बेरोज़गारी और भ्रष्टाचार। कांग्रेस की बम्पर जीत के पीछे व्यापक समर्थन है।  हिमाचल प्रदेश में भी 97 प्रतिशत हिन्दू जनसंख्या है जहां कांग्रेस को अच्छी जीत मिली थी। ध्रुवीकरण और विभाजित करने वाली राजनीति की एक सीमा है जो कर्नाटक के […]

अतीत की ज़्यादतियाँ और आज का भारत, Injustice of Past and India of Future

May 18, 2022 Chander Mohan 0

हमें इलाहाबाद हाईकोर्ट  का धन्यवाद करना चाहिए कि ताजमहल के बंद 22 कमरों को खोलने की माँग करती याचिका को उन्होंने रद्द कर दिया है नहीं तो मौक़े की तलाश लोगों को तमाशा खड़ा करने का एक और मौक़ा मिल जाता। याचिका में यह दावा किया गया था कि ताजमहल वास्तव में ‘तेजो महालय’ है।  याचिका कर्ता ने इतिहासकार पीएन ओक की 1989 में लिखी  किताब ताजमहल द ट्रू स्टोरी का हवाला दे कर यह दावा किया था कि ताजमहल मूल रूप से एक शिव मंदिर और राजपूत महल था जिस पर शाहजहाँ ने क़ब्ज़ा कर मक़बरा बना दिया था। इस थ्योरी को बार बार रद्द किया जा चुका है। 2000 में सुप्रीम कोर्ट ने ओक की याचिका, कि यह […]

इन हवाओं को रोकिए, Stop This Madness

April 21, 2022 Chander Mohan 0

दिल्ली में हनुमान जयंती पर निकाली गई शोभायात्रा में तलवारें लहराई गई।  दूसरी तरफ़ से पथराव किया गया। दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। जहांगीरपुरी  में तनाव बरकरार है।  यह बहुत चिन्ता की बात है कि साम्प्रदायिक टकराव की ऐसी घटनाएँ देश में लगातार बढ़ती जा रही है यहाँ तक कि राजधानी दिल्ली भी साम्प्रदायिक बारूद के ढेर पर बैठी लगती है। राम नवमी के पवित्र त्यौहार के दिन  कई जगह दंगे हुए। मर्यादा पुरुषोत्तम के जन्मदिवस  पर मर्यादा तार तार कर दी गई।  जिस  रविवार को रामनवमी थी उसी रविवार को रमज़ान का आठवाँ रोज़ा था। इन्हें धार्मिक सौहार्द और उत्साह के साथ मनाने की जगह कई जगह शोभा यात्रा पर पथराव हुआ। कई जगह यात्रा को मस्जिद […]

सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों का मिड-टर्म एग्ज़ाम, Midterm Exam of Ruling Party and Opposition

January 20, 2022 Chander Mohan 0

पाँच प्रदेशों की 690 सीटों पर चुनाव देश की भावी राजनीतिक दिशा तय करेंगे। सबसे बड़े प्रदेश उत्तर प्रदेश के चुनाव परिणाम भाजपा, नरेन्द्र मोदी, योगी आदित्यनाथ के लिए बहुत महत्व रखतें हैं।  साथ ही यह भटक रही कांग्रेस पार्टी और उसके हाईकमान तथा प्रादेशिक शक्तियों की भी भावी दिशा तय करेंगे। अगर भाजपा आसानी से जीत जाती है तो योगी आदित्यनाथ इतिहास बनाऐगे क्योंकि गोबिन्द बल्लभ पंत के बाद एक अवधि पूरा करने के बाद किसी मुख्यमंत्री को दूसरी बार वहां चुना जाएगा।  इसी के साथ मोदी के बाद की भाजपा में वह ताकतवार उत्तराधिकारी बन उभरेंगे और भाजपा देश भर में अपना ऐजेडा जोरशोर से लागू करने में सफल रहेगी। विपक्ष और निरुत्साहित होगा और आपसी टकराव बढ़ेगा। […]

संविधान निर्माता बेवक़ूफ़ नही थे, Our Founding Fathers Had Right Perspective

September 16, 2021 Chander Mohan 0

समाजवादी का लिबास ओड़े हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार के प्रमुख नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाक़ात कर जातीय जनगणना की माँग की है। नीतीश कुमार के अनुसार प्रधानमंत्री ने उनकी माँग को ख़ारिज नही किया। इन लोगों का तर्क है कि जातीय जनगणना से विकास योजनाओं बनाने में मदद मिलेगी और ऐसी योजनाओं को बनाने का आधार केवल आर्थिक नही हो सकता क्योंकि जातीय पिछड़ापन अभी भी बड़ी समस्या है और इसका हल तब ही होगा जब पता चलेगा कि कौन सी जाति के कितने लोग है? तेजस्वी यादव का कहना था कि, ‘जातिगत जनगणना राष्ट्रीय हित में है और यह एतिहासिक तौर पर ग़रीबों के हक़ में क़दम होगा’। 1931 में अंग्रेज़ों के समय […]

उत्तर प्रदेश का विभाजन होना चाहिए, UP Needs To Be Divided

June 17, 2021 Chander Mohan 0

कांग्रेस के जितिन प्रसाद जो राहुल गांधी के मित्रों में भी गिने जातें हैं, भाजपा में शामिल हो गए हैं। राहुल गांधी के लिए यह  व्यक्तिगत आघात है कि वह अपने मित्रों को भी सम्भाल नहीं सके। ज्योतिरादित्य सिंधिया पहले पार्टी छोड़ चुकें हैं और सचिन पायलेट और मिलिंद देवड़ा बेचैन हैं। पार्टी को कमजोर करने में पार्टी के कथित हाईकमान ने भी कसर नही छोड़ी। आख़िर दो साल से पार्टी अध्यक्ष का चुनावलटक रहा है। राहुल गांधी अध्यक्ष के सभी अधिकार सम्भाले हुए हैं पर ज़िम्मेवारी उनकी नही है। वह सही मुद्दे उठातें है पर ट्विटर के बल पर राजनीति नही हो सकती। यहां तो ममता बैनर्जी स्टाईल स्ट्रीट-पॉलिटिक्स सफल रहता है। लेकिन भाजपा को भी जितिन प्रसाद को […]