Takht ya Takhta! -by Chander Mohan
तख्त या तख्ता! भारत क्रिकेट के विश्व कप से बाहर हो गया और सारा देश शोक में डूब गया। केवल देश ही नहीं प्रवासी भारतीयों ने भी सर पकड़ लिया। जिन्होंने अपने अंदर जीत का उन्माद पैदा कर लिया था उन्होंने यह नहीं सोचा कि भारत हार भी सकता है। जीत का तर्क ही नहीं बनता था। हम पिछले साल दिसम्बर में आस्ट्रेलिया पहुंचे थे तब से लेकर आज तक हम एक भी मैच में उन्हें पराजित नहीं कर सके। देश प्रेम की भावना में बह कर हम भूल गए कि आस्ट्रेलिया में आस्ट्रेलिया को हराना सदा ही मुश्किल रहा है। हां, क्रिकेट में चमत्कार होते हैं पर 329 रन बनाना कभी भी आसान न रहता। यह नहीं कि इस […]