अ़दम्य साहस और अक्षम्य असफलता, Kargil: Unequalled Bravery And Unpardonable Failure
पिछले सप्ताह हम कारगिल विजय दिवस मना कर हटें हैं। यह हमारे 527 सैनिको की याद में मनाया जाता है जिन्होंने 25 साल पहले अद्वितीय बहादुरी दिखा कर पाकिस्तानियों को ऊँची बर्फीली पहाड़ियों से खदेड़ दिया था। यह दिवस उसी शौर्य गाथा को श्रद्धांजलि है। 84 दिन यह युद्ध 15000 फुट तक की उंचाई पर और 200 किलोमीटर लम्बाई पर लड़ा गया। लेकिन यह दिवस हमारी व्यवस्था की घोर असफलता की भी कहानी है। हम सोए पाए गए और इस भारी लापरवाही की क़ीमत हमारी जवानी ने अपने खून से अदा की। फ़रवरी 1999 में प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी बस भर कर, देवानन्द समेत, यात्रा पर लाहौर गए थे। वहाँ एक भाषण में अटल जी ने कहा, “यह लोहा या […]