jo bigad bigad kar sanvar gaye -by Chander Mohan
जो बिगड़ बिगड़ कर संवर गए जो संवर संवर कर बिगड़ गए उन्हें देखना ही फिज़ूल है तुझे देखना है तो देख उन्हें जो बिगड़ बिगड़ कर संवर गए -जोश मलसयानी दिल्ली के चुनाव से एक दिन पहले दिल्ली की रईस आबादी ग्रेटर कैलाश से एक परिचित का फोन आया कि उनकी सोसायटी जो सदा भाजपा के पक्ष में रही है इस बार एकमत आप के लिए वोट करने जा रही है। तब ही समझ आ गया था कि भाजपा को भारी धक्का लगने वाला है। अगर ग्रेटर कैलाश में समर्थक बिदक गए तो रह क्या गया? टीवी चैनलों पर विशेषज्ञ बताते रहे कि यह वर्गीय लड़ाई है। कमजोर वर्ग ‘आप’ के साथ है और मिडल क्लास तथा उच्च वर्ग […]