Rao ka punarvas

April 7, 2015 Chander Mohan 0

राव का पुनर्वास नेताओं की याद में दिल्ली में यमुना का एक किनारा तो मरणघाट में परिवर्तित हो चुका है। क्या नेताओं को याद करने का और बेहतर तरीका नहीं हो सकता? उनके नाम पर विश्वविद्यालय, कालेज, स्कूल या अस्पताल बनाए जा सकते हैं लेकिन उनके परिवारजनों को या तो यमुना किनारे स्मारक चाहिए या वह चाहते हैं कि लयूटन की नई दिल्ली में किसी सरकारी बंगले को स्मारक बना दिया जाए। अर्थात् सब कुछ करदाता बर्दाश्त करे। महात्मा गांधी या प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की याद में स्मारक बनाना तो समझ आता है पर यहां तो हम अजीत सिंह तथा उनके समर्थकों का असफल और अशोभनीय संघर्ष देखकर हटे हैं जो उस सरकारी बंगले को स्मारक बनाना चाहते […]

Rajniti ke rang -by Chander Mohan

April 4, 2015 Chander Mohan 0

राजनीति के रंग राजनीति में एक दूसरे पर टिप्पणी करने की इज़ाजत है। चर्चिल विशेष तौर पर अपने विरोधियों को अपमानित करने में माहिर थे। एक बार उन्होंने एक महिला सहयोगी से कहा था, I may be drunk, Miss, but in the morning I will be sober and you will still be ugly अर्थात् इस समय चाहे मैं शराबी हालत में हूं पर सुबह यह उतर जाएगी पर तुम फिर भी बदसूरत ही रहोगी! ऐसी उनकी संस्कृति है। हमारे यहां भी इंदिरा गांधी को ‘गूंगी गुडिय़ा’ कहा गया था जिसका उन्होंने भी खूब राजनीतिक जवाब दिया। सोनिया गांधी नरेन्द्र मोदी को ‘मौत का सौदागर’ कह चुकी हैं जिसका उपयुक्त जवाब उन्हें भी मिल चुका है। अभद्र या अपमानजनक टिप्पणी की भी […]