थोड़ा है थोड़े की ज़रूरत है (Thoda He Thoda Ki Zaroorat He)

August 16, 2016 Chander Mohan 0

शहीद राम प्रसाद बिस्मल जिन्हें 19 दिसम्बर 1927 में फांसी दी गई थी, ने लिखा था, कभी वह दिन भी आएगा जब अपना राज होगा, जब अपनी ही जमीं होगी और अपना आसमां होगा! अब जबकि देश आजादी के सात दशक पूरे कर रहा है देखने की जरूरत है कि हमने अपनी जमीं और अपने आसमां का बनाया क्या है? इसमें कोई शक नहीं कि देश ने बेहद तरक्की है। बाहर के लोग पूछते हैं कि अगला सुपर पावर कौन है, चीन या भारत? इस वक्त हमारी अर्थव्यवस्था योरूप की अर्थव्यवस्था से चार गुणा तेजी से बढ़ रही है और 2030 के दशक में हम यूरोपियन यूनियन की अर्थव्यवस्था को मात दे देंगे। 2050 तक हमारी अर्थव्यवस्था यूरोपियन यूनियन से […]

दर्द-ए-कांग्रेस (Dard-e-Congress)

August 9, 2016 Chander Mohan 0

यह संतोष की बात है कि कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी की हालत अब स्थिर है। वाराणसी में उनके रोड शो में लोगों में जोश था लेकिन ऐसा रोड शो करने के लिए सेहत भी चाहिए, जो नहीं है। इस महिला की हिम्मत की दाद देनी चाहिए कि इसके बावजूद पार्टी को उत्तर प्रदेश में खड़ा करने के लिए वह खुद मैदान में कूद गई थीं। शुरुआत धर्म की नगरी वाराणसी से की जो प्रधानमंत्री का चुनाव क्षेत्र भी है। सावन में वाराणसी में धार्मिक माहौल रहता है इसीलिए सोनिया गांधी के कार्यक्रम में काशी विश्वनाश मंदिर में पूजा तथा गंगा पूजा को शामिल किया गया था। यह हो न सका। लेकिन वहां उन्हें मिला जनसमर्थन भाजपा के लिए चिंता का […]

प्रशासनिक उदासीनता में डूबा एक शहर (A City Drowned in Administrative Apathy)

August 2, 2016 Chander Mohan 0

गुड़गांव जिसे अब ‘गुरूग्राम’ का नाम दिया गया है, को ‘मिलेनियम सिटी’ अर्थात् सहस्त्राब्दी का शहर भी कहते हैं। हम बताना चाहते हैं कि ऐसे शहर हमारा भविष्य हैं और शंघाई तथा सिंगापुर का मुकाबला करेंगे। देश की प्रतिभाशाली पढ़ी लिखी युवा पीढ़ी यहां काम करती है। बहुत विदेशी कम्पनियां भी यहां हैं। हरियाणा तथा केन्द्र सरकार दोनों को यह शहर भारी राजस्व देता है। लेकिन इस शहर की हालत क्या है यह इस बात से पता चलती है कि हाल ही की बारिश में लोग यहां 16-20 घंटे सड़क पर जाम में फंसे रहे। जो शाम को निकले वह अगले दिन दोपहर तक घर पहुंचे। माना कि बारिश बहुत हुई। वहां ट्रैफिक भी बहुत होता है लेकिन उस दिन […]

उड़ता सिद्धू (Udta Sidhu)

July 26, 2016 Chander Mohan 1

    दो महीने पहले भाजपा को अपनी मां कहने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू पार्टी को छोड़ गए हैं। कसमें खाने के बाद लोग मुकर जाते हैं। राजनीतिक मजबूरी में भी लोग बदल जाते हैं यह बात तो समझ अाती है लेकिन यह नहीं समझ अाता कि तीन महीने पहले सिद्धू ने राज्यसभा का मनोनयन क्यों स्वीकार किया था अगर उन्होंने इसे छोड़ना ही था? यह उन लोगों से विश्वासघात है जिन्होंने उसे इस काबिल समझा और खुद महामहिम राष्ट्रपति के पद का अनादर है जिन्होंने उनका मनोनयन किया। यह तो साफ है कि उन्होंने अकाली-भाजपा के साथ अपने सारे पुल साढ़ लिए हैं। उनकी पत्नी कह चुकी हैं कि लालबत्ती वाली गाडि़यों में ड्रग्स जाते हैं। खुद सिद्धू […]

इनके गले में हार नहीं डाले जा सकते (Can Not Garland Them)

July 19, 2016 Chander Mohan 0

आतंकी बुरहान वानी की सुरक्षाबलों के हाथों हुई मौत के बाद कश्मीर अभी तक अशांत चल रहा है। कुछ लोगों का कहना है कि जब से वहां पीडीपी-भाजपा गठबंधन सरकार बनी है तथा वहां पंडितों की वापिसी और सैनिक कालोनी बनाने का प्रयास हो रहा है तब से असंतोष बढ़ गया है। यह बात आंशिक तौर पर ही सही है। ठीक है पीडीपी-भाजपा गठबंधन अभी तक मजबूत तथा उद्देश्यपूर्ण सरकार नहीं दे पाया लेकिन असंतोष तो वहां आज से नहीं पिछले 30 वर्षों से है। प्रदर्शन उनके डीएनए में है। कश्मीर अंतरराष्ट्रीय जेहाद और जिसे फ्रांस के राष्ट्रपति ने ‘इस्लामिक टैरर’ कहा है, से भी अछूता नहीं रह सकता। बुरहान वानी एक जेहादी टैररिस्ट था। पाकिस्तान का कहना है कि […]

हमारी लापरवाही का नतीजा (Cost of our carelessness)

July 12, 2016 Chander Mohan 0

बांग्लादेश की हाल की घटनाएं हमारे लिए भी गंभीर खतरा हैं। ढाका में हुआ हमला बताता है कि आईएस का फोकस मध्य पूर्व से परे हो गया है। पिछले कुछ महीनों से अल कायदा तथा आईएस जैसे आतंकी संगठन बांग्लादेश के रास्ते भारत पर हमला करने की बात कह रहे हैं। ढाका से कोलकाता बहुत दूर नहीं है। भारत और बांग्लादेश के बीच 4096 किलोमीटर लम्बी असुरक्षित सीमा है। भारत के लिए दोतरफा चुनौती है। एक तरफ पाकिस्तान हमारे खिलाफ आतंक को प्रेरित कर रहा है तो दूसरी तरफ बांग्लादेश घुटने टेकता प्रतीत होता है। हाल ही में बांग्लादेश के आईएस मुखी शेख अबू इब्राहिम अल हनीफ ने कहा है कि आईएस की पाकिस्तान तथा बांग्लादेश के लड़ाकुओं को स्थानीय […]