जिंदगी और मौत के बीच

June 25, 2014 Chander Mohan 0

जिन्दगी और मौत के बीच इराक के हालात भयावह ही नहीं खूनी बनते जा रहे हैं। मध्य पूर्व का नक्शा ही बदल जाएगा। दो हिस्से हो जाएंगे सुन्नी और शिया, जो आपस में भिड़ते रहेंगे। 2003 में सद्दाम हुसैन को हटा कर अमेरिका ने जबरदस्ती जो समाधान थोपा था, वह उधड़ रहा है। इराक में चल रहे टकराव का दुनिया पर बहुत बुरा असर पड़ेगा। इस्लामिक स्टेट आफ इराक एंड सीरिया (आईएसआईएस) के लड़ाकू क्रूर तथा खूंखार हैं। वह केन्द्रीय तथा उत्तर पश्चिमी इराक पर कब्ज़ा कर चुके हैं तिकरित तथा मोसुल शहर उनके आगे गिर चुके हैं। यह क्षेत्र क्योंकि प्रमुख तेल उत्पादक क्षेत्र है इसलिए इस टकराव का असर दुनिया भर की आर्थिकता पर पड़ेगा। हमारा अपना 10 […]

पहला झटका

June 22, 2014 Chander Mohan 1

पहला झटका यह तो सब जानते हैं कि देश की आर्थिक हालत बहुत अच्छी नहीं है। चुनाव जीतने के लिए पिछली सरकार ने कई लोकलुभावनी योजनाएं शुरू की जिन पर लाखों करोड़ों रुपया खर्च किया गया पर साधन इकट्ठे करने की तरफ ध्यान नहीं दिया गया। विकास की दर कम होने से भी समस्या आ गई है। इस स्थिति से निबटने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने पहले ही ‘कड़वे कदम’ उठाने की चेतावनी दे दी थी फिर भी जिस तरह रेल किराया 14.2 प्रतिशत तथा भाड़ा 6.5 प्रतिशत बढ़ाया गया है उसके लिए देश बिल्कुल तैयार नहीं था। और यह भारी वृद्घि भी रेल बजट पेश करने से एक महीने पहले की गई। यह उचित नहीं हैं। भाजपा खुद पिछली […]

इस देश को कड़वी डोज़ की बहुत जरूरत है, प्रधानमंत्रीजी

June 18, 2014 Chander Mohan 0

इस देश को कड़वी डोज़ की बहुत जरूरत है, प्रधानमंत्रीजी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कहना है कि अर्थ व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए कड़े फैसले लेने पड़ेंगे। व्यापक देश हित में यह अनुशासन जरूरी है। यह अच्छी बात है। अगर इरादा नेक हो तथा लोगों को बात समझाई जाए तो लोग पूर्ण सहयोग देते हैं। पिछली सरकार तो मारी ही इसलिए गई क्योंकि लोगों के साथ संवाद नहीं था। अब यह बदलेगा लेकिन मैं अपने प्रधानमंत्री से कहना चाहूंगा कि हमें अनुशासन केवल आर्थिक क्षेत्र में ही नहीं बल्कि हर क्षेत्र में चाहिए। भारत की जनता को अनुशासन की डोज़ की बहुत जरूरत है। दुनिया में सबसे अनुशासनहीन लोग हम हैं। हम तो सिनेमा का टिकट खरीदने के लिए […]

यह इश्क नहीं आसान

June 11, 2014 Chander Mohan 0

यह इश्क नहीं आसान  नरेन्द्र मोदी -नवाज शरीफ मुलाकात से कुछ बदलाव आएगा? कि नवाज शरीफ को निमंत्रण स्वीकार करने में तीन दिन लग गए जिससे पता चलता है कि अपने देश के अंदर ताकतवार भारत विरोधी ताकतों को मनाना उनके लिए कितना कठिन काम रहा होगा। मोदी के शपथ ग्रहण से तीन दिन पहले हेरात में हमारे दूतावास पर हमला करवा पाकिस्तान की आईएसआई ने अपनी ही सरकार को भारत के प्रति अधिक गर्मजोशी दिखाने के खिलाफ चेतावनी दी थी। नवाज शरीफ बारे दो सवाल उठते हैं, (1) क्या वे भारत के साथ वास्तव में संबंध बेहतर करना चाहते हैं? (2) क्या वे ऐसा कर भी

क्या हम एक असभ्य देश हैं?

June 7, 2014 Chander Mohan 0

क्या हम एक असभ्य देश हैं? देश में महिलाओं के खिलाफ बढ़ रहे अत्याचार की घटनाओं से न केवल देश स्तब्ध है बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी हमारी घोर बदनामी हो रही है। यौन हमले देश की छवि पर कालिख पोत रहे हैं और बाहर यह सवाल किया जा रहा है कि क्या भारत एक असभ्य देश है? विशेष तौर पर जब से उत्तर प्रदेश में बंदायु में दो नाबालिग लड़कियों के साथ सामूहिक बलात्कार के बाद उनके शव पेड़ से लटका दिए गए, तब से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मामला सुर्खियों में हैं। जिन्होंने इन लड़कियों के साथ बलात्कार किया उन्होंने तो शव छिपाने की भी कोशिश नहीं की। साथ गंगा बहती है। पास जंगल है। वे वहां शव बहा […]

एक पत्र और लिखें प्रियंका

June 4, 2014 Chander Mohan 0

एक पत्र और लिखें प्रियंका डा. मनमोहन सिंह नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण के साथ ही नई दिल्ली में रेस कोर्स रोड स्थित प्रधानमंत्री का निवास छोड़ कर मोतीलाल नेहरू मार्ग के उस सरकारी बंगले में चले गए जो पहले दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित का निवास होता था। शीला दीक्षित ने इस बंगले में 26 ए सी लगवाए थे। इससे पता चलता है कि ये लोग अपने ऐशो आराम के लिए जनता के पैसे के प्रति किस तरह अपराधिक तौर पर लापरवाह हैं। डा. मनमोहन सिंह केवल चार-पांच ए सी ही चाहते हैं। राष्ट्रपति बनने के बाद प्रणब मुखर्जी को कुछ सप्ताह राष्ट्रपति भवन के गैस्ट हाऊस में रहना पड़ा था क्योंकि पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने राष्ट्रपति भवन […]