पंजाब में धर्म संकट

October 29, 2014 Chander Mohan 2

पंजाब में धर्मसंकट कांग्रेस तथा इनैलो के अलावा हरियाणा के परिणामों तथा वहां भारतीय जनता पार्टी के शानदार प्रदर्शन से बड़ा झटका पंजाब में गठबंधन साथी शिरोमणि अकाली दल को पहुंचा है। अपने गठबंधन साथी के ऐतराज़ की परवाह किए बिना अकाली नेतृत्व ने चौटाला परिवार के साथ अपने पारिवारिक सम्बन्धों को तरजीह दी थी। परिणाम है कि अब पंजाब में यह गठबंधन डांवाडोल हो रहा है। हालत इतने गंभीर बन गए कि हरसिमरत कौर बादल को अरुण जेतली से मिलने भेजा गया और उनसे आश्वासन लिया गया कि अकाली-भाजपा गठबंधन को कोई खतरा नहीं लेकिन भाजपा के रवैये में अधिक बदलाव नहीं आया जो इस बात से पता चलता है कि जहां नवजोत सिंह सिद्धू अकाली नेतृत्व को खुली […]

जो मौज़ों से बढ़ बढ़ कर खेले

October 21, 2014 Chander Mohan 0

जो मौज़ों से बढ़ बढ़ कर खेले ठीक है भाजपा को महाराष्ट्र में बहुमत नहीं मिला पर यह नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व तथा अमित शाह की जोड़ी नम्बर I की राजनीतिक क्षमता का कमाल है कि पहली बार महाराष्ट्र तथा हरियाणा में भाजपा के मुख्यमंत्री बनेंगे। ऐसी कामयाबी तो अटलजी को भी नहीं मिली थी। यह परिणाम फिर साबित कर गए कि जब नरेन्द्र मोदी निकल पड़े तो कोई उनकी बराबरी नहीं कर सकता। मोदी ने जोखिम उठाया और आगे आकर नेतृत्व दिया। अगर पार्टी हार जाती तो राष्ट्रीय स्तर पर नरेन्द्र मोदी की प्रतिष्ठा को धक्का पहुंचता लेकिन जैसे कहा गया है, मिले हैं साहिल तो उन्हें ही मिले हैं, सफीने जो मौज़ों से बढ़-बढ़ कर खेले। हुड्डा को ‘दामादजी’ […]

पंजाब में पहले ‘सेव कांग्रेस ‘

October 18, 2014 Chander Mohan 0

पंजाब में पहले ‘सेव कांग्रेस’ राहुल गांधी की चंडीगढ़ यात्रा बुरी तरह से विभाजित प्रदेश कांग्रेस में एकता कायम करने में सफल नहीं रही। पार्टी अभी भी प्रदेश अध्यक्ष प्रताप सिंह बाजवा तथा पूर्व मुख्यमंत्री अमरेन्द्र सिंह के बीच बंटी हुई है। कांग्रेस पिछली दो बार पंजाब में हार चुकी है। यह भी सब मानते हैं कि इस वक्त पंजाब में अकाली-भाजपा सरकार के खिलाफ शासन विरोधी भावना चल रही है लेकिन इसके बावजूद प्रदेश का नेतृत्व इकट्ठा मिल कर स्थिति का फायदा उठाने को तैयार नहीं। राहुल के दौरे के दौरान भी यह गुटबाजी नज़र आई। अमरेन्द्र सिंह प्रताप सिंह बाजवा को बर्दाश्त करने के लिए तैयार नहीं। कांग्रेस का यह दुर्भाग्य है कि पार्टी के हाईकमान का अपना […]

पूँछ सीधी नहीं होगी

October 15, 2014 Chander Mohan 0

पूंछ सीधी नहीं होगी सीमा पर फायरिंग अब लगभग खत्म हो चुकी है पर दशकों के बाद उस तरफ से इतनी ज़बरदस्त फायरिंग हुई है। भारतीय सेना का कहना है कि सीमा तथा नियंत्रण रेखा पर युद्ध जैसी स्थिति थी। 2003 के युद्घ विराम समझौते का कुछ नहीं बचा। इतनी जबरदस्त फायरिंग उस वक्त हुई जब पाकिस्तान के अपने फटेहाल हैं। उनके पश्चिमी क्षेत्र में उनकी सेना जेहादियों के साथ उलझी हुई है तो देश के अंदर नवाज शरीफ की सरकार अत्यंत कमज़ोर पड़ चुकी है। सेना के समर्थन से इमरान खान तथा कादरी के आंदोलन निर्वाचित सरकार को अत्यंत कमज़ोर छोड़ गए है। सवाल है कि जब पाकिस्तान की सेना को पश्चिमी सीमा पर जबरदस्त जेहादी चुनौती मिल रही […]

कैलाश सत्यार्थी कौन ?

October 13, 2014 Chander Mohan 0

कैलाश सत्यार्थी कौन? इस वर्ष नोबल शांति पुरस्कार संयुक्त रूप से भारत के कैलाश सत्यार्थी तथा पाकिस्तान की मलाला यूसफजई को दिया गया है। नोबल कमेटी का यह भी कहना है कि एक हिन्दू तथा एक मुसलमान को सम्मान दिया गया है। ऐसे सम्मान के लिए धर्म कब से महत्वपूर्ण हो गया? 17 वर्षीय मलाला यूसफजई को तो सब पहले से जानते थे कि किस प्रकार इस बहादुर लड़की ने लड़कियों की शिक्षा के अधिकार को लेकर तालिबान का विरोध किया और तालिबान ने उसके सिर पर गोली मार दी जिसके बाद उसे इंगलैंड लाया गया और उसे बचा लिया गया। हैरानी है कि उग्रवादियों की इतनी बड़ी जमात एक छोटी लड़की तथा उसकी किताब से डरती है। पाकिस्तान में […]

चलेंगे साथ साथ ?

October 8, 2014 Chander Mohan 0

चलेंगे साथ-साथ? भारत अमेरिका के रिश्तों में पहले भी ऐसे लम्हें आए हैं। जवाहर लाल नेहरू- जॉन कैनेडी, इंदिरा गांधी-लिंडन जॉनसन, राजीव गांधी- रौनल्ड रीगन, अटल बिहारी वाजपेयी-बिल क्लिंटन, मनमोहन सिंह- जार्ज बुश, जब लगा था कि दोनों देश एक नए दोस्ताना सफर पर चल निकलेंगे पर दुनिया के यथार्थ ने इन प्रयासों को सफल नहीं होने दिया। उनकी अपनी जरूरत है, हमारी अपनी मजबूरियां हैं इसलिए बहुत कुछ सांझा होने के बावजूद रिश्तों ने अधिक सकरात्मक मोड़ नहीं लिया। जुलाई 2005 में भारत-अमेरिका परमाणु समझौते के बाद एक बार फिर लगा कि भारत-अमेरिका के बीच नया युग शुरू हो रहा है लेकिन दो ही सालों में मामला ठप्प हो गया। चाहे उनके कमरे में महात्मा गांधी की तस्वीर लटकी […]