पश्चिम का दोहरा मापदंड और भारत, Western Hypocrisy And India

October 24, 2024 Chander Mohan 0

दाल में कुछ काला है। वास्तव में बहुत कुछ काला है। जिस तरह कनाडा और अमेरिका मिल कर वहाँ बसे कथित खालिस्तान के आतंकवादियों से सम्बंधित मामलों को भड़का रहे हैं उससे पता चलता है कि कहीं हम पर दबाव बनाया जा रहा है। वैसे तो इन्हें खालिस्तानी आतंकवादी कहना ही ग़लत है क्योंकि कोई खालिस्तान जैसी जगह नहीं है। यह या तो अमेरिकी आतंकवादी हैं या कनाडाई आतंकवादी है। जिस तरह उनका पक्ष लिया जा रहा है उससे यह संकेत मिलता है कि वह इन आतंकियों को अपना आदमी समझते हैं इसलिए उनको पाल पलोस कर रखा गया है। दुनिया को यह मानव अधिकारों की नसीहत देते हैं पर जब ग़ाज़ा में हजारों लोग मारे जातें हैं तो यह […]

जिन्होंने ग़ाज़ा में 14000 मरने दिए उन्हें इस घोषित आतंकी की चिन्ता है!, Those Who Allowed 14000 To Be Killed In Gaza Are Worried About One Terrorist

November 30, 2023 Chander Mohan 0

ब्रिटिश अख़बार फाईनैनशल टाईम्स की रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका की सरकार ने खालिस्तानी गुरपतवंत सिंह पन्नू जिसे भारत आतंकवादी घोषित कर चुका है, की “हत्या की साज़िश को विफल कर दिया है”, और भारत सरकार को चेतावनी दी है कि चिन्ता है कि “वह इस साज़िश में संलिपत थी”। रिपोर्ट के अनुसार इस मामले में एक अपराधी के खिलाफ न्यूयार्क की ज़िला अदालत में सीलबंद केस दाखिल किया गया है। इस से पहले कैनेडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो अपनी संसद में बयान दे चुकें हैं कि  ‘विश्वसनीय आरोप’ हैं कि खालिस्तानी हरदीप सिंह निज्जर की वहाँ हत्या में भारत की एजेंसियाँ संलिप्त थीं। कैनेडा की सरकार ने अभी तक इसका कोई प्रमाण नहीं दिया जिस पर वहां स्थित हमारे राजदूत […]

भारत और पश्चिम : असहज रिश्ते, India And The West: Uneasy Relations

October 10, 2023 Chander Mohan 0

खालिस्तानी हरदीप सिंह निज्जर की कैनेडा में हत्या के बाद उठे बवाल पर लंडन के साप्ताहिक द इकोनॉमिस्ट का कहना है, “अगर हरदीप सिंह निज्जर की हत्या की जाँच भारत की संलिप्तता की पुष्टि करती है तो पश्चिमी देशों को नरेन्द्र मोदी के साथ सख़्त होने की ज़रूरत है…”। कितना अहंकार और  कितनी हिमाक़त इस कथन में भरी हुई है। आप दुनिया के हैड मास्टर हो क्या? पश्चिम के कई अख़बार और टीवी मीडिया यह बात दोहरा रहें  है कि भारत और उसके नेतृत्व के प्रति ‘सख़्त’ होने का समय है जबकि अभी तक हमारे ख़िलाफ़ कोई सबूत नहीं दिया गया। जब हमारे दूतावासों पर हमले होते हैं, या हमारे राजनयिकों की हत्या करने के पोस्टर लगते हैं तो यह […]

इल्ज़ाम हमारा, सबूत तुम्हारे, Our Allegations: Your Proof

October 5, 2023 Chander Mohan 0

जस्टिन ट्रूडो कुछ पिघले हैं। भारत और कैनेडा के रिश्ते को इल्ज़ाम बम से तबाह करने के बाद अब उनका कहना है कि  भारत के साथ घनिष्ठ रिश्ते को लेकर वह गम्भीर हैं क्योंकि “वह देश उभर रही आर्थिक शक्ति है और महत्वपूर्ण भू-राजनीतिक खिलाड़ी है”। पर जब हमें दुनिया भर में बदनाम किया गया था तब उन्हें भारत के महत्व के बारे जानकारी नहीं थी क्या? उस समय किस नशे में थे जनाब ? अब भी कहना है कि “हम यह बताना चाहते हैं कि भारत को कैनेडा के साथ मिल कर यह निश्चित करना होगा कि हम मामले की तह तक पहुँच सके”। विदेश मंत्री डा.जयशंकर बार बार कह चुकें हैं कि अगर कैनेडा कोई सबूत देगा तो […]

निर्लज्जता में कैनेडा पाकिस्तान को पार कर गया है, Canada surpasses Pakistan in shamelessness

September 28, 2023 Chander Mohan 0

भारत और कैनेडा के रिश्ते इतने गिर गए हैं कि इन्हें सामान्य करने में वर्षों लग जाएँगे। कैनेडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने आरोप लगाया है कि खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की जून 18 को वहाँ एक गुरुद्वारे को सामने हत्या में भारत के एजेंटों का हाथ है। भारत ने इस आरोप को बेहूदा और प्रेरित कहते हुए सख़्त शब्दों में रद्द कर दिया है। दोनों देशों के बीच व्यापार वार्ता रोक दी गई है और भारत ने कैनेडा के नागरिकों को भारत का वीज़ा देने पर  रोक लगा दी हैं। अर्थात् जिन दो देशों के बीच हज़ारों किलोमीटर का फ़ासला है, हितों में कोई टकराव नहीं उनके रिश्ते एक आतंकवादी की हत्या के कारण उस स्तर पर गिर […]

खालिस्तानी और चार ‘गोरे’ देश, Khalistan and Four ‘White’ Nations

July 13, 2023 Chander Mohan 0

अमेरिका,कैनेडा, ब्रिटेन और आस्ट्रेलिया में क्या समान है ? एक वह सब ईसाई बहुसंख्यक देश हैं। अमेरिका का राष्ट्रपति बाइबल पर हाथ रख कर शपथ लेता है तो इंग्लैंड के किंग चार्लस का राज्याभिषेक वैस्टमिनस्टर एब्बे के रॉयल चर्च में हुआ था। चारों देशों में अंग्रेज़ी बोली जाती है। चारों देश गोरों के अधीन है। बराक ओबामा या ऋषि सुनक जैसे अपवाद हैं। चारों ही देश ब्रिटिश उपनिवेशवाद से जुड़े  है। चारों ही देशों में कथित खालिस्तानी आन्दोलन चल रहा है जो अब हिंसक होने लगा है। और चारों ही सरकारें इसके प्रति वह उदारता दिखा रही है जो समझ से बाहर है। क्या यह पुरानी औपनिवेशिक गोरी मानसिकता है कि इन ‘काले’ लोगों को नियंत्रण में रखने के लिए […]