12 Days That Changed India

March 14, 2019 Chander Mohan 0

Former British Prime Minister Harold Wilson had once famously said that “ a week is a long time in politics “. He also added that due to the fast changing political landscape fortune of a politician or a political group can change drastically in a single week. In our context it can be said that 12 days changed India and with it  the fortune of political leaders and political parties. Between the terrorist attack in Pulwama on February 14 and the Airforce  attack deep  inside Pakistan on February 26, the country changed and with it all calculations for the elections also changed drastically. A few weeks before Pulwama Narendra Modi and BJP seemed little insecure and defensive. Surveys were predicting […]

12 दिन जिन्होंने देश बदल डाला (12 Days That Changed India)

March 14, 2019 Chander Mohan 0

ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री हैरल्ड विलसन ने कहा था कि राजनीति में एक सप्ताह का समय बहुत होता है। उनके अनुसार   “एक अकेले सप्ताह के बीच राजनेताओं या राजनीतिक वर्ग का भाग्य जबरदस्त तरीके से बदल सकता है।“ भारत के संदर्भ में कहा जा सकता है कि यहां 12 दिनों ने देश को बदल डाला और साथ ही राजनेताओं तथा राजनीतिक पार्टियों की किस्मत भी बदल डाली। 14 फरवरी को पुलवामा के हमले में हमारे 40 जवान शहीद हो गए। 26 फरवरी को हमारे 12 मिराज 2000 विमानों ने पाकिस्तान की सीमा पार कर बालाकोट पर बमबारी कर दी और चुनाव का सारा नज़ारा ही बदल गया। कुछ ही सप्ताह पहले तक नरेन्द्र मोदी तथा भाजपा कुछ असुरक्षित नज़र आ […]

द मोदी डॉकट्रिन (The Modi Doctrine)

March 7, 2019 Chander Mohan 0

जांबाज़ पायलट विंग कमांडर अभिनंदन जिसने दुश्मन की हिरासत में गज़ब की बहादुरी तथा मर्यादा दिखाई है ने देश को रोमांचित कर दिया है। बहुत देर के बाद हमें कोई हीरो मिला है जिस पर हम गर्व कर सकें। लेकिन असली कहानी अलग है। हमने दशकों की कमज़ोर तथा जरूरत से अधिक उदार तथा सहनशील नीति को त्याग दिया है। च्गुजराल डाकट्रिनज् अर्थात गुजराल सिद्धांत जो शांतिवादी था तथा जिसकी मूल आत्मा थी कि बड़ी ताकत होने के नाते भारत पर अधिक जिम्मेवारी है तथा हमें अपने पड़ोसियों के साथ अच्छे संबंध रखने चाहिए और गंभीर उत्तेजना के बावजूद संयम रखना चाहिए, को अब त्याग दिया गया है। पुलवामा के बाद भारत बदला है और पड़ोसी को संदेश दिया गया […]

The Modi Doctrine

February 28, 2019 Chander Mohan 0

The capture of brave heart Wing Commander Abhinandan whose courage and dignity in enemy custody is exemplary and who  brought down their F-16 with his ageing  Mig-21 doesn’t change anything.   The real story is the paradigm shift in India’s policy. If Gujral Doctrine was pacifist and based on cordial relations with neighbours where we as the bigger power were to show extreme tolerance towards grave provocations, the new message is that our patience is running thin and we will hit you at the target of our choice whoever it is if you do not behave. Our attack on Balakot terror camp of Jaish e Mohammad is a turning point in our policy towards Pakistan. We have used military options against […]

मोदीजी,एक धक्का और लगाओ (Action Required on Another Front)

February 28, 2019 Chander Mohan 0

शायर ने लिखा है, मुद्दत से थी आरज़ू सीधा करे कोई! मंगलवार को वह आरज़ू पूरी हो गई। जो हमने कारगिल के बाद नहीं किया, मुुंबई पर 26/11 के हमले के बाद नहीं किया वह अब हो गया। कारगिल के बाद वाजपेयी ने वायुसेना को नियंत्रण रेखा पार करने की इज़ाजत नहीं दी थी। मुंबई पर हमले के बाद मनमोहन सिंह की सरकार तो विलाप ही करती रही। यह प्रभाव दे दिया गया कि क्योंकि पाकिस्तान के पास परमाणु हथियार है इसलिए जवाब देना पाप होगा। पाकिस्तान की सेना भी समझ बैठी कि उनके परमाणु कवच के कारण भारत डर गया और जवाब नहीं देगा इसलिए वह इतमिनान से भारत भूमि पर आतंकी कार्रवाई जारी रख सकते हैं। मंगलवार को […]

आंख में पानी नहीं आग भरो (It Can’t Be Left Unanswered)

February 21, 2019 Chander Mohan 0

दिल्ली के पालम हवाई अड्डे के टैक्निकल क्षेत्र में पुलवामा में शहीद हुए 40 जवानों के शव रखे हुए थे। उस वक्त एक चैनल ने लता मंगेशकर का मशहूर गाना लगा दिया,”ऐ मेरे वतन के लोगों ज़रा आंख में भर लो पानी।“ बहुत भावुक क्षण था। विपक्ष भी पूरा सहयोग दे रहा था। पुलवामा के बाद देश बदल गया था। शोक में हम इकट्ठे थे और खून सबका खौल रहा था इसलिए मेरा मानना है कि लताजी के इस आइकानिक गाने में अब संशोधन करने की जरूरत है। आज आंख में पानी नहीं आग भरने की जरूरत है। यह 1962 का भारत नहीं जिसे चीन रौंद सका था। वह पराजय एक टूटे, कमज़ोर, बेतैयार और घबराए हुए देश की पराजय […]