पहाड़ अब और बोझ नहीं उठा सकते, Hills Can’t Hold The Burden

August 31, 2023 Chander Mohan 0

शिमला में अर्बन डेवलपमेंट डिपार्टमेंट जिसका काम शहर का योजनाबद्ध विकास करना है, की अपनी बहुमंज़िला इमारत को ख़ाली करवा लिया गया है क्योंकि इमारत असुरक्षित है। यह इमारत एक नाले के उपर बनाई गई है और जंगल के बीच है। अर्थात् जिनका काम शहर का सही विकास करवाना है खुद ही नियमों का उल्लंघन कर रहें हैं। शिमला की जो तबाही हुई है उसमें बड़ा हाथ विभिन्न सरकारों का है। मॉल रोड के ठीक बीच सीमेंट की भारी भरकम इमारत  इंदिरा गांधी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स भी नाले पर  बनाई गई है। इसी तरह हाईकोर्ट, सचिवालय और इंदिरा गांधी मैडिकल कालेज और अस्पताल की ऊँची इमारतें हैं जो किसी बड़े धक्के के समय ताश के घर की तरह ढह जाएँगी। दूसरी […]

क्या कोई सबक़ सीखा जाएगा?, Floods: Will We Ever Learn A Lesson

July 20, 2023 Chander Mohan 0

हिमाचल प्रदेश में आई बाढ़ किसी आफ़त से कम नहीं है। जून 2013 में ऐसी ही आफ़त केदारनाथ में आई थी। सितंबर 2014 में कश्मीर में। बेहिसाब बारिश जो सामान्य से 12 गुना बताई जाती है से हिमाचल प्रदेश में भारी तबाही हुई है। बरसात का स्वरूप भी बदल रहा है। पहले लम्बी बरसात चलती थी अब एकाध दिन में ही कसर निकल जाती है। हिमाचल  के जलप्रलय में हमने इमारतों को ताश के पत्तों की तरह बहते देखा है। असंख्य पुल टूट गए हैं। बताया  जाता है कि हिमाचल में मानसून और पश्चिमी विक्षोभ के टकराने से ऐसी बारिश हुई, जैसे केदारनाथ में हुआ था। कारण कुछ भी हो बहुत बड़ी त्रासदी हम देख कर हटें हैं। लगभग तीन […]

पहाड़ों की रानी की झुर्रियां (The Wrinkles of The Queen of Hills)

August 9, 2018 Chander Mohan 0

हिमाचल प्रदेश कई मामलों में देश का सर्वश्रेष्ठ प्रांत है। विकासशील है और बहुत मामलों में बाकियों के लिए मिसाल है। लोग शालीन और शांतिप्रिय हैं। यह शायद देश का एकमात्र प्रदेश है जिसने देश के लिए कभी कोई बड़ी समस्या खड़ी नहीं की। न कोई हिंसक आंदोलन चला न कभी कानून और व्यवस्था की स्थिति संभालने के लिए केन्द्रीय बलों की ही जरूरत पड़ी। लेकिन यह भी दुर्भाग्यपूर्ण तथ्य है कि किसी भी प्रदेश ने अपनी राजधानी को इस तरह बर्बाद नहीं किया जैसा हिमाचल प्रदेश ने किया। बाकी प्रदेश अपनी-अपनी राजधानी को चमकाते रहते हैं लेकिन हिमाचल की राजधानी शिमला के तो फटे हाल है, दम फूल चुका है और यह गंभीर रूप से बीमार है। अंग्रेजों ने […]

Simla mein 200 saal

June 30, 2015 Chander Mohan 0

शिमला में 200 साल शिमला में जिलाधीश के कार्यालय की स्थापना के 200 साल हो गए। पहले भारतीय अफसर जो जिलाधीश रहे वह केवल सिंह चौधरी थे जो आईसीएस थे और 1947 से 1948 के बीच जिलाधीश रहे। अर्थात् 1815-1947 के बीच ब्रिटिश जिलाधीश ही रहे। शिमला अंग्रेजों की ग्रीष्म राजधानी भी थी इसलिए भी प्रशासनिक नियंत्रण उन्होंने अपने हाथ रखा था। इस ऐतिहासिक क्षण को याद रखने के लिए समारोह में मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने वायदा किया कि सभी ऐतिहासिक हैरीटेज इमारतों का नवीकरण किया जाएगा। गेयटी थिएटर हो चुका है अगली बारी जिलाधीश कार्यालय की है। यह सभी इमारतें देश के इतिहास का हिस्सा हैं। अफसोस है कि कैनेडी हाउस तथा पीटर हॉफ जैसी कई पुरानी इमारतें अग्नि […]