शहीद भगत सिंह और अरविंद केजरीवाल, Bhagat Singh and Arvind Kejriwal

March 24, 2022 Chander Mohan 0

पंजाब के लोगो ने ग़ज़ब कर दिया है। सिखों ने अकाली दल को वोट नही दिया, हिन्दुओं ने भाजपा को वोट नही दिया, दलितों ने बसपा को वोट नही दिया, किसानों ने किसान पार्टी को वोट नही दिया और सबने मिल कल पुरानी गली सड़ी व्यवस्था के ठेकेदारों को उठा कर बेरहमी से बाहर फेंक दिया। लोगो ने सब भावनात्मक मुद्दों को एक तरफ रख अच्छे शासन के लिए वोट दिया है। प्रदेश की राजनीति पर रईस ज़मींदार वर्ग का जो शिकंजा था उसे खंड खंड कर दिया गया है।  जिस तरह पंजाब सचिवालय के कर्मचारियों,  जो ख़ुद उस व्यवस्था के पुर्ज़े थे जिसे जनता ने  हटा दिया, ने नए मुख्यमंत्री भगवंत मान का स्वागत किया से पता चलता है […]

जीत हो गई, अब लौट आओ, After Victory Kisan Need To Return

November 25, 2021 Chander Mohan 0

यह कहते हुए कि “साथियों…आज गुरू नानकदेव जी का पवित्र पर्व है। मैं देशवासियों से क्षमा माँगते हुए कहना चाहता हूँ कि शायद हमारी तपस्या मे कुछ कमी रह गई होगी जिस कारण किसान भाईयों को हम समझा नही पाए”, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तीन कृषि क़ानून वापिस लेने की घोषणा कर दी। जैसे प्रधानमंत्री मोदी की जीवनी लिखने वाले निलांजन मुखोपाध्याय ने भी लिखा है, “ निर्णय वापिस लेना बहुत गैर-मोदी क़दम है”। यह एक एतिहासिक घटना है क्योंकि यह सरकार और यह प्रधानमंत्री निर्णय वापिस लेने या दबाव में आने के लिए नही जाने जाते। यह किसान संघर्ष की बड़ी  जीत है जिन्होंने अत्यन्त कठिन परिस्थिति में लगातार एक साल अपना आन्दोलन  चलाया और अजय समझने वाली सरकार […]

पंजाब कांग्रेस की ‘डैत्थ विश’, Congress’s Death Wish In Punjab

July 22, 2021 Chander Mohan 0

पंजाब कांग्रेस की गुत्थी सुलझ गई या और उलझ गई ? यह लाख टके का सवाल है। पिछले कुछ समय से पंजाब कांग्रेस में पंजाबी भाषा में, ‘डांगो डांगी’ चल रही है। हाईकमान शायद चुनाव में  ‘फ्रैश’ चेहरा उतारना चाहता है पर इस समय तो नवजोत सिंह  सिद्धू के माध्यम से उन्होने पार्टी का कबाड़ा कर लिया है। ज़बरदस्तकोल्ड वॉर शुरू हो गई है। कोई छ: महीने पहले तक यह लगता था कि  प्रभावी विकल्प न होने के कारण अगले चुनाव में कांग्रेस वापिसी करेगी। पर तब नवजोत सिंह सिद्धू बेलगाम हो गए और उन्होंने अपनी ही सरकार की कमज़ोरियों को हवा देना शुरू कर दिया। हर सरकार में कमज़ोरियाँ होती हैं पर अगर अपने ही इन्हें उजागर करने लग […]

इस घर को आग लग गई घर के चिराग़ से, As Congress in Punjab Fights Itself

June 3, 2021 Chander Mohan 0

ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री हैरल्ड विलसन ने एक बार कहा था कि ‘राजनीति में एक सप्ताह बहुत लम्बा समय होता है’। उनका अभिप्राय था कि राजनीति में बहुत जल्द परिस्थिति बदल सकती है। यह बात पंजाब के मुख्यमंत्री अमरेन्द्र सिंह को अच्छी तरह समझ आ रही होगी। कुछ सप्ताह पहले तक किस को पता था कि उनके ख़िलाफ़ इतनी ज़बरदस्त बग़ावत हो जाएगी और उनकी ही कांग्रेस पार्टी के कुछ सांसद, मंत्री और विधायक अपने मुख्यमंत्री का ही विरोध शुरू कर देंगें? प्रकाश सिंह बादल के सेहत, आयु और राजनीतिक धक्कों के कारण पीछे हटने के बाद अमरेन्द्र सिंह पंजाब के सबसे बड़े नेता है। 2017 के चुनाव में उनके नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी ने बड़ी जीत दर्ज की थी […]

पंजाब में फिर शरारत (Mischief in Punjab, Again)

June 18, 2020 Chander Mohan 0

आपरेशन ब्लूस्टार की बरसी कष्टदायक अनुभव है क्योंकि पुरानी अप्रिय यादें ताज़ा हो जाती हैं लेकिन कहीं यह अहसास भी है कि इस दुखांत के लिए एक कोई पक्ष दोषी नही है। पर अफ़सोस की बात है कि इस 36 वर्ष पुरानी घटना को लेकर कुछ लोग फिर शरारत कर रहें हैं ताकि पंजाब का माहौल तनावग्रस्त रहे। यह भी बड़े अफ़सोस की बात है कि इस बार ऐसा करने वाले अकाल तख़्त के कार्यकारी जत्थेदार ज्ञानी हर प्रीत सिंह तथा शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबन्धक कमेटी के अध्यक्ष गोबिन्द सिंह लांगोवाल हैं। ग़ज़ब की ग़ैर ज़िम्मेवारी और मैं तो कहूँगा देश विरोध का प्रदर्शन करते हुए इन दोनों ने एक पत्रकार सम्मेलनमें न केवल कथित खालिस्तान का समर्थन किया बल्कि यह […]

भाजपा की अकाली-दुविधा (BJP and Akalis)

January 30, 2020 Chander Mohan 0

जिसे कभी प्रकाश सिंह बादल ने नाखुन तथा मास का रिश्ता कहा था, वह अलग होता नज़र आ रहा है। शिरोमणि अकाली दल ने घोषणा की है कि वह दिल्ली विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ेंगे। असलियत यह है कि दोनों अकाली दल तथा भाजपा में मतभेद इतने बढ़ चुके हैं कि दोनों अब इक्ट्ठे नहीं चल सकते इसलिए भाजपा के खिलाफ चुनाव लडऩे से कतराते हुए अकाली दल ने फिलहाल दिल्ली विधानसभा से ही किनारा कर लिया है। इससे पहले हरियाणा विधानसभा चुनाव के दौरान भी दोनों दलों के बीच तलखी नज़र आई थी और अब दिल्ली, जहां सिखों की अच्छी-खासी जनसंख्या है, के विधानसभा चुनाव से अकाली दल बाहर हो गया है। यह अकाली दल की कमज़ोरी भी दर्शाता […]