डा. मनमोहन सिंह को सही श्रद्धांजलि, Right Tribute To Dr. Manmohan Singh

January 1, 2025 Chander Mohan 0

ज़िन्दगी में बड़ी शिद्दत से निभाओ अपना किरदार कि पर्दा गिरने के बाद भी तालियाँ बजती रहें डा. मनमोहन सिंह के निधन पर देश भर से शोक का जो सैलाब उठा है वह बताता है कि देश सौम्य, सादा, ईमानदार,विनम्र और असाधारण प्रतिभा सम्पन्न इस नेता की कितनी इज़्ज़त करता है। वह सचमुच राजनीतिक नेताओं की दुर्लभ प्रजाति के सदस्य थे। सार्वजनिक जीवन में अच्छाई के प्रतीक। उनका सादा जीवन आजकल के तडक भड़क युग में अपवाद लगता है। इस शांत व्यक्ति ने बिना श्रेय लिए ऐसे नीति परिवर्तन किए जिसने देश का पथ बहुत ऊँचा कर दिया। इसी परिवर्तन का लाभ वर्तमान और आने वाली सरकारें उठा रहीं हैं और उठाती रहेंगी। उनके मीडिया सलाहकार रहे संजय बारू ने […]

आकस्मिक और लाचार प्रधानमंत्री (Accidental and Ineffective PM)

January 3, 2019 Chander Mohan 0

वैसे तो देश में कई  ‘एक्सिडैंटल’  अर्थात आकस्मिक प्रधानमंत्री रहें हैं। सबसे प्रमुख नाम इंदिरा गांधी का है। अगर शास्त्रीजी का ताशकंद में देहांत न होता तो देश का राजनीतिक इतिहास ही कुछ और होता। न तब इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री बनती और न ही दशकों एक परिवार का शासन रहता। सोनिया गांधी खुद प्रधानमंत्री क्यों नहीं बनी यह भी रहस्य की बात है क्योंकि वह पहले 1999 में प्रधानमंत्री बनने की महत्वकांक्षा प्रदर्शित कर चुकी थीं पर मुलायम सिंह यादव ने अडिंग़ा दे दिया। शायद इसी अनुभव को याद रखते हुए उन्होंने महत्वकांक्षाविहीन डॉ. मनमोहन सिंह को 2004 में प्रधानमंत्री घोषित कर दिया था। तब सोनिया गांधी की ‘कुर्बानी’ का बहुत प्रचार किया गया लेकिन बाद में स्पष्ट हो गया […]

मनमोहन सिंह का रेनकोट (Manmohan Singh’s Raincoat)

February 15, 2017 Chander Mohan 0

अमेरिका के 33वें राष्ट्रपति हैरी ट्रूमैन ने कहा था कि अगर आप ताप नहीं सह सकते तो रसोई में कदम मत रखो। अर्थात् अगर आप राजनीति में हैं तो आलोचना और यहां तक कि अपशब्द भी सहने की ताकत आप में होनी चाहिए। कुछ ऐसी ही बात पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव ने भी कही थी कि राजनीति में मोटी चमड़ी चाहिए और गालियां तक सहने को तैयार रहना चाहिए। इसलिए प्रधानमंत्री मोदी की पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर की गई टिप्पणी पर कांग्रेस का बवाल समझ नहीं आता। अपने प्रतिद्वंद्वियों पर हमला सब राजनीतिक दल करते हैं। विदेशों में भी होता है। कई जगह तो हमसे भी अधिक आक्रामकता और निम्न ढंग से होता है। यहां प्रधानमंत्री मोदी को […]

Mulzim Number 6 -by Chander Mohan

March 14, 2015 Chander Mohan 0

मुलजि़म नम्बर 6 ओडिशा में बिरला समूह की कम्पनी हिंडालको को तालाबीरा 2 तथा 3 ब्लाक अलॉट करने के मामले में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को आरोपी बनाते हुए सीबीआई की अदालत ने उन्हें समन जारी किए हैं। इस मामले में वह मुलजि़म नम्बर 6 होंगे। भ्रष्टाचार निरोधक अदालत ने अपने 75 पृष्ठ के आदेश में लिखा है कि प्रथम दृष्टया यह प्रमाण हैं कि मनमोहन सिंह उस साजिश का हिस्सा थे जिसमें सरकारी कम्पनी नेवेली से छीन कर कोयला ब्लाक हिंडालको को सौंप दिया गया जिससे नेवेली ओडिशा में अपना पावर प्लांट कायम करने में असफल रही और हिंडालको को बहुत फायदा हुआ। उनके अलावा और भी लोग अपराधी बनाए गए हैं जिनमें कुमार मंगलम बिरला तथा पूर्व कोयला […]

झटके खाती विदेश नीति

September 28, 2013 Chander Mohan 0

झटके खाती विदेश नीति प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का कहना है कि जम्मू क्षेत्र में दोहरे आतंकी हमलों के बावजूद न्यूयार्क में नवाज शरीफ के साथ उनकी वार्ता रद्द नहीं की जाएगी। नवाज शरीफ जब से प्रधानमंत्री बने हैं भारत के साथ संबंध बेहतर करने की बात कह रहे हैं इसलिए इस अति गंभीर परिस्थिति में भी वार्ता रद्द न कर प्रधानमंत्री ने गलत नहीं किया। अगर अब वार्ता रद्द की जाती तो इसका मतलब आतंकियों को भारत-पाक संबंधों पर वीटो का अधिकार देने के बराबर होता। वह हर बार बातचीत से पहले कोई न कोई बड़ी घटना कर देते जिसके बाद भारत गुस्से में वार्ता की मेज़से हट जाता। शीतयुद्ध के दौरान भी अमेरिका तथा सोवियत यूनियन आपस में बात […]

मनमोहन II और बादल II

August 27, 2013 Chander Mohan 1

मनमोहन II और बादल II पंजाब की प्रकाश सिंह बादल सरकार अक्सर हर मामले पर अपनी मुसीबत के लिए केंद्र की मनमोहन सिंह सरकार को कोसती रहती है पर देखा जाए तो दोनों सरकारों के कामकाज में काफी समानता है। डा. मनमोहन सिंह की पहली सरकार ने अच्छा काम किया था। देश की विकास की दर तेज हुई और हमें अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बहुत इज्जत मिली। देश में आशा का माहौल था जिस कारण 2009 में लोगों ने यूपीए को दोबारा सत्ता में आने का मौका दिया। इसका बड़ा श्रेय खुद मनमोहन सिंह को जाता है क्योंकि मिडल क्लास तब उनकी दीवानी थी। लेकिन दूसरी बार यूपीए सरकार का प्रदर्शन शोचनीय रहा और सरकार भ्रष्टाचार, घपलों और गिर रही आर्थिक […]